नक्सलियों की करतूत : मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या, सड़क पर फेंकी लाश
सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने अपनी कायराना करतूत को अंजाम दिया है। माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी होने के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी और शव को सड़क पर फेंक दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला चिंतागुफा थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम मिनपा का है।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि, थाना चिंतागुफा क्षेत्रांतर्गत मिनपा समीप नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए सिलगेर निवासी ग्रामीण कोरसा कोसा की हत्या कर दी। कोरसा कोसा लंबे समय से आंध्र प्रदेश में रोजगार के लिए रह रहा था। वहीं, कोरसा कोसा का विवाह पालागुड़ा (बीजापुर) में हुआ था, जहां वह अपनी पत्नी और परिजनों से मिलने कुछ दिन पूर्व गया था।
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक को कुछ दिन पूर्व ही नक्सली पालागुड़ा से ही अपहरण कर अपने साथ ले गए थे। अपहरण के बाद मिनपा समीप किसी अज्ञात स्थान पर नक्सलियों ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस के अनुसार कोरसा कोसा या उसके किसी भी परिजन का पुलिस से कोई भी संबंध नहीं था। सूचना पर थाना चिंतागुफा से पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और शव को कब्जे में लिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।