आतंक के खौफनाक मंजर को करीब से देख सिहर उठे छत्तीसगढ़ के दो परिवार

पहलगाम में मंगलवार 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ चिरमिरी के 11 पर्यटक बाल-बाल बच गए, इनमें भाजपा पार्षद पूर्वा स्थापक, पूर्व पार्षद शिवांश जैन समेत तीन बच्चे भी शामिल थे। बीते 18 अप्रैल को चिरमिरी से कुलदीप स्थापक, हैप्पी बधावन, शिवांश जैन, आशीष अग्रवाल सपरिवार पर्यटन पर कश्मीर गए हुए थे। हमले की सूचना मिलते ही परिजनों की चिंता बढ़ गई थी, लेकिन थोड़ी ही देर में यह पुष्टि हुई कि सभी यात्री घटना स्थल से सुरक्षित दूरी पर थे और उन्हें किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची। इसके बाद चिरमिरीवासियों ने ईश्वर का धन्यवाद करते हुए राहत की सांस ली।
स्थानीय कश्मीरी व्यापारी नजाकत अली ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। नजाकत हर साल सर्दियों में चिरमिरी आकर गर्म कपड़े बेचते हैं। पर्यटक उन्हीं के साथ पहलगाम के आस-पास घूम रहे थे। फायरिंग के दौरान उन्होंने सूझबूझ दिखाते हुए सभी की जान बचाई। घटना के बाद चिरमिरी में परिवारों के लोग चिंतित हैं। चिरमिरी निवासी कुलदीप ने बताया कि इन लोगों का सहयोग आजीवन याद रहेगा।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हमला हुआ है, पर्यटकों पर बंदूकधारियों ने फ़ायरिंग की थी। बताया जा रहा है कि इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई है। नरेंद्र मोदी ने इसे आतंकवादी हमला बताया और कहा कि हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। इस आतंकी हमले में नेपाल और यूएई के नागरिक भी शामिल हैं, बताया जा रहा है कि कुल चार आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें से तीन पाकिस्तान के और एक कश्मीरी है। पर्यटकों का नाम पूछ – पूछकर आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियों की बौछार की । पीएम नरेंद्र मोदी इस वक्त सउदी अरब गए हुए है, सउदी से मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर पहलगाम जाने के त्वरित निर्देश दिए है।
हमले के दौरान बिलासपुर के दो परिवार भी मौजूद
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान बिलासपुर के दो परिवार भी मौजूद थे. आतंकी हमले से बचा परिवार अब वापस लौटने की तैयारी कर रहा है. परिवार की एक सदस्य ने पूरा वाकया बयान किया.
बिलासपुर नगर निगम के मुख्य अभियंता राजकुमार मिश्रा और मैनेजर चन्द्रशेखर साहू श्रीनगर में ट्रेनिंग के बाद 21 अप्रैल की रात परिवार के साथ पहलगाम पहुंचे थे. 22 अप्रैल को बैसरन जाने की योजना थी, लेकिन हमले की खबर के बाद प्लान बदल दिया. मुख्य अभियंता ने बताया कि जहां आतंकियों ने हमला किया, वहां जाना मुश्किल था. घटना के बाद अब दोनों परिवार वापस लौटने की तैयारी कर रहे हैं.
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकियों ने पत्नी, बेटे और बेटी के आंखों के सामने गोली मारी है। पत्नी के चेहरे पर बारूद के छींटे पड़ें हैं, जिससे गहरा घाव हो गया। बच्चों को भी हल्की चोट है।
मिली जानकारी के मुताबिक दिनेश मिरानिया (45) को जिस दिन गोली मारी गई, उसी दिन उनकी शादी की सालगिरह थी। वह परिवार के साथ खुशियां मनाने बैसरन घाटी गए थे। वहां पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ सेलीब्रेट कर रहे थे, तभी आतंकियों ने गोलियों से भून डाला।
हमले का बदला लिया जाएगा – सीएम साय
कारोबारी दिनेश मिरानिया आज श्रीनगर से शव रायपुर लाया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा- इस हमले का बदला लिया जाएगा। इस तरह की घटनाओं पर देश ने करारा जवाब दिया है। मोदी जी सऊदी अरब से वापस लौट गए हैं। उन्होंने एयरपोर्ट में ही बैठक ली, गंभीरता समझ आती है। हम सभी मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
रायपुर के दिनेश मिरानिया का भी निधन हुआ है। स्थानीय प्रशासन परिवार के संपर्क में है। शासन-प्रशासन का पूरा सहयोग है। मृतक कारोबारी दिनेश मिरानिया के शव को आज रायपुर लाया जाएगा। मृतक रायपुर के समता कॉलोनी के रहवासी थे। एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने परिवार के साथ पहलगाम गए थे।