छत्तीसगढ़रायपुर संभाग

महिलाओं ने खारून घाट में उगते सूर्य को अर्घ्‍य देकर छठी माई का लिया आशीर्वाद 

रायपुर। पूर्वांचल वासियों ने  छठ महापर्व पर खारून  घाट में उगते सूर्य भगवान को अर्घ्‍य देकर छठी माई का आशीर्वाद लिया। वहीं आंध्र मूल के लोगों ने कार्तिक सोमवार के मौके पर नदी में दीप दान किया। ऐसी मान्यता है कि सूर्य देव की पूजा करने से तेज, आरोग्यता और आत्मविशवास की प्राप्ति होती है. दरअसल, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह को पिता, पूर्वज, सम्मान का कारक माना जाता है. साथ ही छठी माता की अराधना से संतान और सुखी जीवन की प्राप्ति होती है. इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पर्व पवित्रता का प्रतीक है.

छठ के अंतिम अर्घ्य के उपाय

1. इससे संतान सम्बन्धी समस्याएं दूर होती हैं. इससे नाम यश बढ़ता है. अपयश के योग भंग होते हैं. पिता पुत्र के संबंध ठीक होते हैं. इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है, उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है. सूर्य को अर्घ्य देने से आत्मविश्वास बढ़ेगा.

2. सुबह के वक्त जल की धारा में से उगते सूरज को देखना चाहिए. इससे धातु और सूर्य कि किरणों का असर आपकी दृष्टि के साथ आपके मन पर भी पड़ता है और आपको सकारात्मक उर्जा का आभास होता रहेगा.

3. सूर्य प्रकाश का सबसे बड़ा स्रोत है और प्रकाश को सनातन धर्म में सकारात्मक भावों का प्रतीक माना गया है. हर दिन सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति की कुंडली में यदि शनि की बुरी दृष्टि हो तो उसका प्रभाव भी कम होता है. इससे करियर में भी लाभ मिलता है.

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