Korba : देखे एसीबी के चुंगल में कैसे फंसे कोरबा के घूसखोर इंजीनियर
नगर निगम कोरबा में निर्माण कार्य के बदले कमीशन की राशि लेते हुए पकड़े गए दर्री जोन में पदस्थ सहायक अभियंता डीसी सोनकर व कनिष्ठ अभियंता देवेंद्र स्वर्णकार के घर की तलाशी एसीबी की टीम ने ली है। ईडी की तर्ज पर पहली बार रिश्वत खोरी में पकड़े गए आरोपितों के घर छापेमार कार्रवाई की गई है। दोनों अधिकारियों के बैंक खाते अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।
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नगर निगम के वार्ड क्रमांक 15 ढोढीपारा निवासी ठेकेदार व पूर्व पार्षद मनक राम साहू को सड़क, नाली व बाउंड्रीबाल निर्माण कार्य अंतिम भुगतान करीब 21 लाख रुपये नगर निगम के दर्री जोन कार्यालय से लेना था। इसके बदले अभियंता सोनकर ने दो प्रतिशत कमीशन मांगा। ठेकेदार साहू ने मोलभाव कर किसी तरह 35 हजार रुपये देने पर राजी किया। साहू ने इसकी शिकायत एसीबी बिलासपुर के समक्ष कर दी। एसीबी के डीएसपी अजितेश सिंह की अगुवाई में नौ सदस्यीय टीम मंगलवार को यहां पहुंची।
एसीबी की टीम ने ठेकेदार को नोट में पावडर लगा कर अधिकारियों देने भेजा। नोट लेकर ठेकेदार साहू कार्यालय के अंदर सौदे के मुताबिक सोनकर को कमीशन की राशि देने पहुंचा, पर उसने खुद रुपये लेने की जगह कनिष्ठ अभियंता देवेंद्र स्वर्णकार के पास भेज दिया। इसके बाद ठेकेदार साहू ने सोनकर का हवाला देते हुए रिश्वत की राशि दे स्वर्णकार को दी। जैसे ही स्वर्णकार ने हाथ में रुपये लिए, तब साहू के इशारे पर कार्यालय के बाहर सिविल ड्रेस में खडे एसीबी के अधिकारी धड़धड़ाते कार्यालय के अंदर घुसे और स्वर्णकार के साथ सोनकर को भी गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी सिंह ने कनिष्ठ अभियंता देवेंद्र स्वर्णकार का हाथ धुलवाया गया, तो कलर निकला। दोनों ही आरोपितों के विरूद्ध धारा 7,12 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की गई। तदुपरांत एसीबी की टीम दोनों अधिकारियों के निवास स्थान पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। बताया जा रहा है कि निगम में 18 प्रतिशत तक कमीशन लिया था। इसमें नीचे से लेकर उपर तक सभी अधिकारियों का हिस्सा तय था।