फिल्मकार अनुराग कश्यप के खिलाफ रायपुर में FIR दर्ज

ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित बयान के चलते फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ राजधानी रायपुर के सिटी कोतवाली थाना में FIR दर्ज कर लिया गया है. यह कार्रवाई पंडित नीलकंठ त्रिपाठी की शिकायत पर की गई है.
बता दे कि सोशल मीडिया पर ब्राह्मण समाज को लेकर फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद कल हिंदू समाज से जुड़े लोगों ने कोतवाली थाना में ज्ञापन सौंपा था. शिकायत के आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 और 302 के तहत मामला दर्ज किया है.

पहले से ही चल रहा विवाद
फिल्म ‘फुले’, सामाजिक सुधारक दंपति ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है और इसी महीने रिलीज़ होने वाली थी. फिल्म की जातिगत प्रस्तुति को लेकर पहले ही विवाद चल रहा था. अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ब्राह्मण यूज़र को जवाब दिया, जिसमें आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया.
अनुराग कश्यप ने मांगी माफी
इस टिप्पणी के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया और उन्हें व उनके परिवार को बलात्कार व जान से मारने की धमकियां भी मिलने लगीं. इसके बाद शनिवार को उन्होंने इंस्टाग्राम पर माफ़ी पोस्ट साझा की.कश्यप ने लिखा, ‘यह मेरी माफ़ी है उस एक पंक्ति के लिए जो संदर्भ से बाहर निकाल ली गई, और जिससे नफ़रत फैल रही है. कोई भी बात इतनी महत्वपूर्ण नहीं कि उसके बदले मेरी बेटी, परिवार या दोस्तों को धमकियां मिलें.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने जो कहा, उसे वापस नहीं लूंगा. गाली देना है तो मुझे दो. लेकिन मेरी फैमिली ने कुछ नहीं कहा. माफ़ी चाहिए तो लीजिए.’
ताज़ा विवाद क्या है?
दरअसल, यह विवाद ‘फुले’ फ़िल्म की रिलीज़ को लेकर शुरू हुआ था. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि ‘फुले’ फ़िल्म पर सेंसर बोर्ड की ‘कैंची’ चली है, जिसके बाद अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. उन्होंने कहा, “धड़क-2 की स्क्रीनिंग में सेंसर बोर्ड ने बोला, मोदी जी ने इंडिया में कास्ट सिस्टम ख़त्म कर दिया है. उसी आधार पर ‘संतोष’ भी इंडिया में रिलीज़ नहीं हुई.” अनुराग कश्यप ने कहा, “अब ब्राह्मण को समस्या है ‘फुले’ से. भइया, जब कास्ट सिस्टम नहीं है तो काहे का ब्राह्मण. जब कास्ट सिस्टम था नहीं, तो ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई क्यों थीं?” उनके इस पोस्ट पर एक यूज़र ने आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिस पर अनुराग कश्यप ने रिप्लाई किया. यह विवाद उनके इसी रिप्लाई पर हो रहा है. हालांकि, बाद में अनुराग कश्यप ने इस मामले पर माफ़ी भी मांगी.
मी टू’ विवाद में भी फंस चुके हैं अनुराग कश्यप
‘मी टू’ आंदोलन के दौरान एक महिला ने फ़िल्मकार विकास बहल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. यह महिला फ़ैंटम फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस में काम करती थीं और फ़ैंटम के संस्थापक अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी, मधु मंतेना और विकास बहल थे. महिला ने आरोप लगाया था कि यौन हमले की शिकायत उन्होंने अनुराग कश्यप से की थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. महिला की इस शिकायत की पुष्टि करते हुए अनुराग कश्यप ने हफ़िंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में कहा था कि जो भी हुआ वो ग़लत था. इसके बाद अनुराग कश्यप ने फ़ैंटम प्रोडक्शन हाउस को ख़त्म करने की घोषणा कर दी थी.