स्पॉन मत्स्य बीज एवं मत्स्य पालन प्रसार योजनान्तर्गत संताय कावड़े और सोमारू राम को मिल रहा आर्थिक लाभ
नारायणपुर 25 जुलाई 2024// स्पॉन मत्स्य बीज योजनान्तर्गत वर्ष 2021-22 में श्रीमती संताय कावड़े़, पति श्री बैजुराम कावड़े़ ग्राम कुलानार को मछली बीज संवर्धन योजना से लाभान्वित किया गया। योजनान्तर्गत हितग्राही को स्पॉन प्रदाय किया गया, जिसमें कृषक द्वारा चूना, गोबर एवं साफ सफाई तथा पोखर जुताई जो कि स्पॉन संवर्धन से मत्स्य बीज उत्पादन हेतु स्वयं के व्यय से राशि 10 हजार रुपये का कार्य किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप शासन द्वारा राशि 30 हजार रुपये (आदान सामाग्री स्पान व अन्य सामाग्री) प्रदाय किया गया। हितग्राही द्वारा स्वयं के सवंर्धन तालाब में 30 से 40 दिन में स्पॉन संवर्धन से मत्स्य बीज उत्पादन कर 8 लाख 50 हजार स्टेंडर्ड फाय मत्स्य बीज का उत्पादन किया गया तथा स्थानीय स्तर पर विक्रय से कृषक को 1 लाख 20 हजार रुपये की शुद्ध आमदनी तीन माह की अवधि में प्राप्त हुई। साथ ही संवर्धन पश्चात् शेष बडे़ मछलियों का तालाब में मछली पालन का कार्य कर मत्स्य उत्पादन से 80 हजार की आमदनी अतिरिक्त प्राप्त की। इस प्रकार योजना क्रियान्वयन एवं मत्स्य पालन कार्य से रोजगार प्राप्त कर मत्स्य पालक आर्थिक रूप से सशक्त हो रहा है।
मत्स्य पालन प्रसार योजनान्तर्गत (विभागीय नाव-जाल योजना) वर्ष 2023-24 में जिले के ग्राम ओरछा के निवासी श्री सोमारू राम उसेण्डी, पिता स्व.श्री गिलू राम जो कि विगत 10 वर्षाे से मछली पालन कार्य से जुड़ें हुए है, जिन्हे 1 नग जाल विभाग द्वारा प्रदाय किया गया। जाल प्रदान होने पर कृषक विभाग के मार्गदर्शन पर पंचायत तालाब में मछली पालन का कार्य प्रारंभ किया, जिसके परिणामस्वरूप कृषक द्वारा स्वयं के व्यय से स्वयं की भूमि में तालाब निर्माण किया गया। मत्स्य पालन प्रसार योजनान्तर्गत (अंगुलिका संचयन) 50 प्रतिशत मत्स्य बीज अनुदान दिया गया, जिसमें 50 प्रतिशत कृषक अंशदान राशि 2 हजार रुपये एवं 50 प्रतिशत विभागीय अनुदान राशि 2 हजार रुपये दिया गया एवं कृषक द्वारा अपने तालाब में मछली बीज संचयन किया गया, जिसमें 1000 किलोग्राम मत्स्य उत्पादन होना संभावित हैं। उक्त कृषक द्वारा स्थानीय हाट बाजार में मत्स्य विक्रय कर आय 1 लाख 25 हजार अर्जित किया गया एवं मत्स्य पालक को रोजगार प्राप्त होने के साथ आर्थिक स्थिति में सुधार एवं लाभ प्राप्त हुआ।