Chhattisgarh News : सुनील सोनी होंगे रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के भाजपा प्रत्याशी
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ भाजपा ने रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए चार दावेदारों में से सुनील सोनी के नाम पे मुहंर लगने की खबर है । बीजेपी के तरफ से चार नाम संजय श्रीवास्तव, सुभाष तिवारी, केदार गुप्ता और सुनील सोनी की चर्चा चल रही थी । सुत्रों कि माने तो इनमें बृजमोहन की पसंद याने सुनील सोनी के नाम पर मुहर लग गई है वहीं कांग्रेस से मेयर एजाज ढेबर, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, कांग्रेस के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, सतनाम पनाग और सुमीत दास के नामों की चर्चा है।
बृजमोहन की पसंद सोनी
संगठन सूत्रों के मुताबिक बृजमोहन अग्रवाल के पसंदीदा कैंडिडेट सुनील सोनी ही थे । हाल ही में तिरंगा यात्रा निकाली गई तो बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी गाड़ी में सुनील सोनी को साथ ही रखा। इसे भी लोग सुनील सोनी की दावेदारी से जोड़कर चर्चा कर रहे हैं।
बीजेपी ने दो प्रभारी बनाए
भाजपा ने संगठन के नेता शिवरतन शर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल को उप चुनाव का प्रभारी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने अब तक ऐसी कोई नियुक्ति नहीं की है।
कब होगा उप चुनाव
दिसंबर के आस-पास छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय के चुनाव हो सकते हैं। माना जा रहा है कि इसी दौरान रायपुर दक्षिण विधानसभा में भी उपचुनाव हो जाए। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। अगस्त के आखिर में उप चुनाव का ऐलान हो सकता है। चर्चा यह भी है कि महाराष्ट्र, झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को हैं इसी बीच रायपुर में उपचुनाव होगा। तारिखों को लेकर चुनाव आय़ोग बस कुछ ही देर में ऐलान कर सकता है
कांग्रेस को चर्चित चेहरे की तलाश
कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में धार्मिक समीकरणों और मठ के प्रभाव को देखते हुए महंत राम सुंदर दास को मैदान में उतारा था। कांग्रेस पर ये दांव उल्टा पड़ा और शिष्य (बृजमोहन अग्रवाल) के सामने गुरु (राम सुंदर दास) को सबसे अधिक मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी इस बार ये गलती दोहराने के मूड में नहीं है, क्षेत्र में सक्रिय, स्थानीय चेहरा, सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इस बार मौका दिया जाएगा।
प्रमोद-कन्हैया सबसे ज्यादा चर्चा में
दक्षिण सीट से कांग्रेस के लगभग दर्जन भर नेता दावेदारी कर रहे हैं लेकिन प्रत्याशी के लिए दो नाम प्रमोद दुबे और कन्हैया अग्रवाल की चर्चा सबसे ज्यादा है। हालांकि आने वाले दिनों में कांग्रेस उपचुनाव को लेकर कुछ और बैठकें करने वाली है, जिसके बाद प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस की प्राथमिकताओं की तस्वीर और साफ होगी।