Chhattisgarh : कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ही दिलाएगा कर्मचारियों को उनका हक, शिक्षक संगठनों ने 11 सितंबर के मशाल रैली को सफल बनाने की अपील
Chhattisgarh : 11 सितंबर को डीए,एरियर्स सहित कर्मचारियों के अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का एक दिवसीय मशाल रैली एवं आंदोलन होना है। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन में प्रदेश के तमाम विभागों के बड़े कर्मचारी संगठन जुड़े हुए हैं और वे सब इस आंदोलन को सफल बनाने की मुहिम में लग गए हैं।
इसी तारतम्य में शिक्षक संगठनों की ओर से छत्तीसगढ़ संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन, सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे एवं प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय, शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राज नारायण द्विवेदी , डॉ.भूपेंद्र गिलहरे प्रदेश अध्यक्ष छ्तीगढ़ वरिष्ठ व्याख्याता संघ, कृष्ण कुमार नवरंग, प्रदेश अध्यक्ष, गवर्नमेंट एम्प्लॉयज वेलफेयर एसोसिएशन , जाकेश साहू छ. ग. प्रधान पाठक मंच,कमल दास मुरचले प्रदेश अध्यक्ष संयुक्त प्रधान पाठक कल्याण संघ, विक्रम कुमार राय प्रदेश अध्यक्ष छ. ग. संकुल शैक्षिक समन्वयक/शिक्षक उन्नयन कल्याण संघ,भूपेंद्र सिंह बनाफर प्रदेश अध्यक्ष सर्व शिक्षक कल्याण संघ, चेतन कुमार बघेल प्रदेश शिक्षक सेवी कल्याण संघ छ. ग.,सुखनंदन यादव प्रदेश अध्यक्ष छ. ग. प्रधान पाठक संघ,शंकर साहू प्रदेश अध्यक्ष छ. ग.शासकीय शिक्षक फेडरेशन, धरम दास बंजारे प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक अधिकार संघ अनिल टोप्पो , प्रदेश अध्यक्ष , छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ,मनोज साहू शालेय प्रधान पाठक संघ , लैलून भारद्वाज क्रांतिकारी शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि बात चाहे कर्मचारियों के हक की हो या शिक्षकों से जुड़ा हुआ कोई मसला हो कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा जी ने सदैव सामने आकर हक दिलाया है पूर्व में भी महंगाई भत्ता की मांग को लेकर कमल वर्मा जी के द्वारा लगातार मांग एवं आंदोलन किया गया था और कर्मचारियों को डीए की सौगात उनके ही कुशल नेतृत्व में प्राप्त हुआ था आज भी जब शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का विषय सामने आया तब कमल वर्मा जी ने शिक्षक ना होते हुए भी शिक्षकों की समस्याओं और युक्तियुक्तकरण की कमियों को खुलकर सरकार और अधिकारियों के समक्ष रखा और युक्तियुक्तकरण को निरस्त करवाने में हम शिक्षकों का भरपूर सहयोग किया है।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों का विशाल सांगठनिक समुद्र है जिसमें छोटी बड़ी नदियां मिलना चाहे तो उस पर कोई रोक नहीं किंतु हमारा आंदोलन 11 सितंबर को होगा जो की पूर्व निर्धारित है और यह एक ऐसा विशाल आंदोलन होने जा रहा है जो सरकार को हमारी मांगों को मानने के लिए विवश कर देगा।छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों में डीए सहित अन्य मांगों को लेकर जो आक्रोश है उसे सरकार तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन निर्णायक पहल कर रहा है और डीए एवं एरियर्स जैसे सामूहिक मुद्दे पर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ही सबसे उपयुक्त और सशक्त समूह है अत: सभी शिक्षकों से अपील है कि 11 सितंबर को आयोजित होने वाली एकदिवसीय धरना आंदोलन को अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर सफल बनाएं।