रे कांग्रेस म बवाल हो गए रे….कांग्रेस नेताओं ने पैसा लेके बांटे टिकिट !
नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकट तय होने पर सूची जारी होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जमकर नाराजगी सामने आने लगी है। रायपुर निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने रविवार को देर रात उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिखी। कोरबा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन में नारेबाजी करते हुए पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज से बात करने को लेकर हंगामा किया। वहां मौजूद कांग्रेस के पदाधिकारियों से जमकर बहस हुई। आज याने सोमवार की सुबह कांग्रेस के कार्यकर्ता अपनी शिकायत लेकर पीसीसी अध्यक्ष के निवास पहुंचे।
कार्यकर्ताओं की नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि वे खुलेआम हंगामा करते नजर आए। उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष देखने को मिला। सोमवार को राजीव भवन में कार्यकर्ता अपनी उम्मीदवारी की टोह लेने पहुंचे। ऐसी चर्चा है कि बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं को कांग्रेस भवन से बाहर जाने को कहा गया, जिससे उनका गुस्सा फूट पड़ा। नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ तीखी नाराजगी जाहिर की।
देखे वीडियों
फिलहाल जितनी मुंह उतनी बाते चल रही है कार्यकर्ताओं की नाराजगी की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि पार्टी की बैठक में प्रत्याशियों के चयन प्रक्रिया को लेकर असहमति थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नाराज कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ। कांग्रेस भवन में विवाद और हंगामे की घटनाएं नई नहीं हैं । सत्ता में रहते हुए भी पार्टी के भीतर इस प्रकार के विवाद समय-समय पर सामने आते रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों के दौरान भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, जब कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नाराज कार्यकर्ताओं को शांत करना और एकजुटता बनाए रखना है। आगामी चुनावों में पार्टी की छवि को इस तरह के घटनाक्रमों से नुकसान हो सकता है
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महासचिव सचिन पायलट की अध्यक्षता में प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। वहीं चिरमिरी महापौर प्रत्याशी विनय जायसवाल के नाम को लेकर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है। विरोधी पक्ष पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज समेत अन्य नेताओं पर पैसा लेकर टिकट बांटा गया है। कांग्रेसी कार्यकर्ता इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है और आने वाले चुनाव में इसका परिणाम डॉ विनय जायसवाल को भुगतना होगा।
इधर बिलासपुर में नगर निगम मेयर, नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्ष और वार्ड प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही बवाल मच गया है। टिकट कटने से नाराज नेता और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर गए और जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद उन्होंने पुतला भी दहन किया।
इसके अलावा रायपुर निगम चुनाव में इस बार कई MIC मेंबर को इस बार कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया है। इससे दावेदारी पेश कर रहे उम्मीदवारों में नाराजगी हैं। इन्हीं में से एक बंटी होरा सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहने की बात लिख चुके हैं।
रायपुर में कांग्रेस के इन पार्षदों को इस बार टिकट नहीं जिसमें बंटी होरा, आकाश तिवारी, जितेंद्र अग्रवाल को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया गया है । जितेंद्र अग्रवाल ने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आकाश तिवारी MIC में थे मगर इस बार टिकट हासिल नहीं कर पाए। कांग्रेस की निगम सरकार में MIC में रहे ज्ञानेश शर्मा को भी टिकट नहीं मिला है। हालांकि चर्चा थी कि वो खुद ही चुनाव से दूरी बना चुके हैं। सुरेश चन्नावर, समीर अख्तर, को भी टिकट नहीं दिया गया। MIC में रहे सतनाम पनाग, कुमान मेनन, सहदेव व्यवहार को इस बार फिर से टिकट मिला है। सुंदर जोगी की पत्नी रुखमणी, नागभूषण राव की पत्नी राधिका,अंजनी विभार के पति राधेश्याम विभार को टिकट दिया गया है।
मंगलवार यानी की आज नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन जमा करने का अंतिम दिन है। ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस सोमवार को बिलासपुर के सभी वार्ड में पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। इस इंतजार के बीच दोपहर में प्रदेश मुख्यालय से एक सूची जारी हुई है, जिसमें केवल 40 वार्ड के पार्षद प्रत्याशियों का नाम था। इस लिस्ट के वायरल होते ही कांग्रेसियों में विरोध के स्वर उठने लगे। वहीं, बगावत करते हुए कांग्रेस भवन तक पहुंच गए।
इधर मुंगेली जिले के युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेश छेदैय्या ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। छेदैय्या पार्षद के टिकट वितरण को लेकर नाराज चल रहे हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा पत्र प्रदेश पदाधिकारी को भेजा है। छेदैय्या ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। वहीं उन्होंने सही प्रत्याशी को टिकट नहीं देने का पार्टी पर आरोप लगाया है। साथ ही 2 नगरपालिका और 4 नगरीय निकाय में जिताऊ प्रत्याशी को टिकट नहीं देने के कारण उन्होंने यह फैसला लिया है। जांजगीर चांपा इलाके से पूर्व सांसद परसराम भारद्वाज के छोटे बेटे संजय शेखर भारद्वाज ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है…कांग्रेस में टिकिट वितरण के बाद असंतोष इस कदर फैला हुआ है कि हो सकता है कि जब तक आप यह वीडियो देख रहे हो कांग्रेस के कई विकेट गिरने की खबर आप तक और पहुंच जाऐ