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पाकिस्तानी हिंदू भारत नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे : संत डॉ. युधिष्ठिर लाल, शदाणी दरबार

रायपुर स्थित पूज्य शदाणी दरबार के नवम पीठाधीश संत डॉ. युधिष्ठिर लाल ने सरकार से पाकिस्तान से आए शरणार्थियों और भारत में बसे पीड़ित हिंदू समाज के प्रति सरकार से सहानुभूतिपूर्ण और न्यायसंगत दृष्टिकोण अपनाने की अपील की है।

हिंदू धर्म पर हमला : डॉ. युधिष्ठिर लाल
संत युधिष्ठिर लाल जी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकवादी हमला केवल एक क्षेत्रीय घटना नहीं, बल्कि यह पूरे हिंदू समाज पर हमला है। उन्होंने इसे एक धार्मिक और सांस्कृतिक आघात बताया और कहा कि ऐसी घटनाएं भारत सरकार को अधिक सख्ती और स्पष्टता के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करती है।

पाकिस्तानी हिंदू भारत नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे
डॉ. युधिष्ठिर लाल ने पाकिस्तान में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों की पीड़ा को सामने लाते हुए कहा कि, वे वहां धार्मिक प्रताड़ना झेलते हैं, यदि हिंदू अपने ही देश भारत में शरण नहीं पाएगा, तो फिर कहां जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की पाकिस्तान से आने वाले हिंदू शरणार्थी कानूनी रूप से ‘प्रॉपर सिटी वीजा’ लेकर आते हैं, फिर भी उन पर अनावश्यक सख्ती नहीं बरती जानी चाहिए।

रायपुर में 2000 से अधिक पाकिस्तानी हिंदू
संत युधिष्ठिर लाल जी के मुताबिक राजधानी रायपुर में इस समय करीब 2000 पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी LTV (Long Term Visa) पर रह रहे हैं। हाल ही में शदाणी दरबार में भी कुछ निर्धन और पीड़ित हिंदू परिवार पाकिस्तान से पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि LTV प्रक्रिया में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा और राज्य के उपमुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक आश्वासन भी दिया है।

सरकार से मानवीय रुख अपनाने की अपील
संत युधिष्ठिर लाल जी ने भारत सरकार से आग्रह किया की पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और धार्मिक उत्पीड़न को गंभीरता से लिया जाए और ऐसे पीड़ित हिंदुओं को भारत में पूर्ण सुरक्षा, सम्मान और शरण दी जाए।

पाकिस्तानियों को छोड़ना पड़ेगा छत्तीसगढ़ – सीएम साय
छत्तीसगढ़ में रह रहे पाकिस्तान मूल के नागरिकों को जल्द ही राज्य छोड़ना पड़ेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। सभी शॉर्ट वीजा को निरस्त कर दिया गया है और अब पाकिस्तानी नागरिकों को वापस जाना होगा।

पाकिस्तान में संपत्ति बेचकर छत्तीसगढ़ रहने आए पाकिस्तानी हिंदू
छत्तीसगढ़ में हाल ही में 24 लोगों का एक ग्रुप सिंध पाकिस्तान से रायपुर पहुंचा है। जिन्होंने खुद को हिंदू बताया है। ये लोग ऐसे समय में रायपुर आए हैं जब देशभर में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का विरोध हो रहा है और केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को देश छोड़ने को कहा है।

खुद अमित शाह ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों से राज्य में सर्चिंग कर ऐसे लोगों को वापस भेजने को कहा है। वहीं, ये ग्रुप सिंध पाकिस्तान से 22 अप्रैल को ही यहां पहुंचे हैं। जिन्होंने 25 अप्रैल को प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की और कहा कि हमें वापस नहीं जाना है।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तानियों और विजय शर्मा के बीच बातचीत का वीडियो खुद गृहमंत्री विजय शर्मा ने पोस्ट किया है। मिनिस्टर के सामने बैठे लोगों ने खुद को सिंधी समुदाय का हिंदू बताया और प्रदेश में रहने दिए जाने की गुजारिश की है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सख्त निर्देश
गौरतलब है बीते 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कूटनीतिक एक्शन लिया है। इसके तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा अब केवल 27 अप्रैल तक ही वैध रहेगा, जबकि मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक की मोहलत दी गई है।

भारत ने कहा है कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अगले 3 दिनों के भीतर भारत छोड़ देना होगा। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

भारत सरकार के आदेश के तहत अब छत्तीसगढ़ में भी पाकिस्तानी नागरिकों की जांच शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में करीब 2000 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिनमें से लगभग 1800 अकेले रायपुर में रहते हैं। इनमें अधिकांश सिंधी समुदाय से हैं। पुलिस द्वारा वीजा और अन्य दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने दिए निर्देश
कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक तय समय सीमा से अधिक भारत में न रहे।

दीर्घकालिक वीजा धारकों को राहत
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को जारी दीर्घकालिक वीजा रद्द नहीं किए जाएंगे और उन्हें देश छोड़ने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, बिजनेस, मेडिकल या धार्मिक वीजा पर आए लोगों को निर्धारित समयसीमा में भारत छोड़ना अनिवार्य होगा। सार्क वीजा धारकों को फिलहाल तत्काल निकासी की जरूरत नहीं है, लेकिन उनकी भी जांच जारी है।

बता दे कि रायपुर में पाकिस्तानी मूल के सिंधी समाज के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। ये लोग आमतौर पर अपने रिश्तेदारों से मिलने, इलाज कराने या धार्मिक उद्देश्यों से भारत आते हैं। कई लोग बिजनेस और मेडिकल वीजा के तहत भी यहां बसे हैं। सड्‌डू, महावीरनगर, बोरियाकला और माना रोड जैसे इलाकों में उन्होंने अपने घर बना लिए हैं। इनमें से कुछ को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है, जबकि कई अभी भी प्रक्रिया में हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस अब वीजा की वैधता, नागरिकता स्थिति और गतिविधियों की जांच कर रही है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।

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