ऐसे में कैसे बंटेगा तीन माह का चावल, संचालक ही है हड़ताल पे

छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में 1 से 7 जून तक ‘चावल उत्सव’ के आयोजन के बीच राशन दुकानदारों ने अपनी पुरानी मांगों को लेकर 2 जून तक दुकानें बंद करने कर ऐलान किया है। केंद्र के बराबर 90 रुपए प्रति क्विंटल कमीशन, 1 प्रतिशत क्षतिपूर्ति, रोके गए सभी भुगतान शीघ्र कराने और छत्तीसगढ़ राज्य की सभी योजनाओं में कमीशन वृद्धि की मांग की है। शासकीय राशन दुकानदार एवं विक्रेता संघ ने 7 बिंदुओं का मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा है।
बता दे कि 1 अक्टूबर 2024 को शासकीय राशन दुकानदार एवं विक्रेता कल्याण संघ छत्तीसगढ़ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी, जिसमें 7 बिंदुओं के तहत मांग की थी। खाद्य विभाग ने सभी मांगें पूरी करने की आश्वासन दिया था, उसके बाद हड़ताल खत्म कर दी गई थी। 8 माह बीतने के बावजूद लंबित भुगतान नहीं दिया गया है। अब फिर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने जिला बस्तर ने घोषणा की है। उनके समर्थन में शासकीय राशन दुकानदार एवं विक्रेता कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष देवर्ष भाई सापरिया ने प्रदेश स्तरीय वर्चुअल बैठक बुलाई, जिसमें सभी संभाग के पदाधिकारी ने भाग लिया।
एकमुश्त बांटना है तीन माह का चावल
उल्लेखनीय है कि चावल उत्सव के दौरान प्रदेश के 81 लाख से अधिक राशन कार्डधारी परिवारों को जून, जुलाई एवं अगस्त तीनों माह का चावल एकमुश्त वितरित किया जाएगा। राज्य शासन ने इस उद्देश्य से प्रदेश की 13,928 उचित मूल्य दुकानों को चावल का आवंटन जारी कर दिया है। सभी दुकानों में चावल का भण्डारण किया जा चुका है, जिससे दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों तक समय पर खाद्य उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल
राशन विक्रेताओं का कहना है कि सभी योजनाओं चावल, शक्कर, नमक, चना वितरण में केंद्र के बराबर 90 रुपया प्रति क्विंटल कमीशन और सभी रुके हुए भुगतान नवंबर 2018 से 2025 तक बारदाने की राशि, ई-पास, वित्तीय पोषण की राशि प्रदान करने की मांग के समर्थन में 2 जून तक सभी राशन दुकानें बंद करने निर्णय लिया गया है और छत्तीसगढ़ राज्य के सभी दुकानदारों को अपील की है कि सभी दुकानें इस मांग के समर्थन में 2 जून तक बंद रखें। अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने निर्णय लिया जाएगा।