कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे पर कार्यवाही का प्रस्ताव पारित

राजधानी रायपुर के राजीव भवन में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक खत्म हो गई है बैठक में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे पर कार्यवाही की मांग उठी, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में महामंत्री ने कार्यवाही का प्रस्ताव रखा था ,पीसीसी चीफ दीपक बैज की उपस्थिति में प्रस्ताव पारित हुआ सर्व सम्मति से पारित हुआ , अब इस प्रस्ताव पर हाई कमान निर्णय लेगा
जिला अध्यक्षों की बैठक में भी उठा था मुद्दा
जिला अध्यक्षों की बैठक में भी पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे का बयान का मुद्दा उठा था , बैठक में विधायक कुलदीप जुनेजा के बयान का भी मुद्दा उठाया गया था, छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने रायपुर में कहा था कि प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व अब भूपेश बघेल को करना चाहिए। इस पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने उन्हें महाज्ञानी बताया था। अब नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी हमारी नहीं चमचों की गलती है।
महंत ने राजीव भवन में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ की रणनीति मीटिंग में कांग्रेस जिला अध्यक्षों से कहा कि मैंने समझाइश में जरूर बोला है कि बातें बाहर जा रही हैं। इस तरह की बयानबाजी हमारी नहीं चमचों की गलती है। चमचे किसी को मुख्यमंत्री तो किसी को प्रदेश अध्यक्ष बनाते हैं। सभी जिलाध्यक्ष और नेता अपने-अपने चमचों को संभालकर रखें।
कांग्रेस जिला अध्यक्षों की हुई बैठक
इस दौरान दीपक बैज ने बताया कि जिला अध्यक्षों की मीटिंग ली गई है। बैठक में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान को लेकर रणनीति बनाने चर्चा हुई। कांग्रेस गांव-गांव तक जाएगी, जहां नुक्कड़ नाटक करेंगे। पोस्टर अभियान चलाएंगे। बस्तर से लेकर सरगुजा, मोहला मानपुर से रायपुर चारों ओर अभियान चलाएंगे।
9 सितंबर को बिलासपुर में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान
दीपक बैज ने कहा कि, 9 सितंबर को बिलासपुर में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ प्रदेश स्तरीय अभियान की शुरुआत होगी। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
इन बिंदुओं पर चर्चा हुई ?
🔴 कांग्रेस ने प्रदेशभर में’वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान को बड़ा आंदोलन बनाने की योजना बनाई है। जिलों से अब तक हुए कार्यक्रमों और जनसंपर्क गतिविधियों पर रिपोर्ट ली जा रही है। साथ ही आगे इसे और आक्रामक ढंग से चलाने की रणनीति पर चर्चा की गई।
🔴 संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत बूथ से लेकर ब्लॉक स्तर तक समिति गठन की स्थिति का बिंदुवार आकलन किया गया। जिन जिलों में गठन अधूरा है, वहां जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए।
🔴 कृषि संकट, बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की समस्याओं और जनहित के अन्य मुद्दों को लेकर हाल ही में जिलों में हुए धरना-प्रदर्शन की समीक्षा की गई। कांग्रेस नेतृत्व ने संबंधित जिलाध्यक्षों से इन आंदोलनों का प्रतिवेदन मांगा है, ताकि आगे की रणनीति तय हो सके।