पहलगाम हमले में रक्षक बने नजाकत पहुंचे छत्तीसगढ़, हर साल आते है गर्म कपड़े का कारोबार करने

पहलगाम हमले में साहसिक प्रदर्शन कर रक्षक की भूमिका निभाने वाले नजाकत का छत्तीसगढ़ के चिरमिरी पहुंचने पर शहरवासियों ने भव्य स्वागत किया। नजाकत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के दौरान अपनी सूझ-बूझ और बहादुरी से आठ सैलानियों सहित तीन बच्चों की जान बचाई थी। उनकी मुस्तैदी और हौसले की वजह से कई परिवारों को नया जीवन मिला, जिसे लेकर शहर में गर्व की लहर है।
गर्म कपड़ो का व्यापार करने आते है चिरमिरी
गर्म कपड़ों के व्यापार से जुड़े नजाकत हर साल व्यवसाय के सिलसिले में चिरमिरी आते हैं। इस बार उनका आगमन और भी खास रहा क्योंकि उनकी वीरता की चर्चा हर ओर है। स्थानीय व्यापार संघ एवं सामाजिक संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया, साथ ही नागरिकों ने फूल मालाओं व भेंट से स्वागत किया।
नजाकत ने मीडिया से बात करते हुए सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आतंकवाद एवं आपराधिक गतिविधियों से जनता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह संकल्पित है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलताएं इससे स्पष्ट होती हैं कि आम नागरिकों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री व सुरक्षाबलों की प्रशंसा करते हुए अपील की कि ऐसे अभियानों को लगातार मजबूती दी जाए ताकि प्रदेश में शांति और सुरक्षा कायम रहे।