17 नवंबर 2025 का पंचांग: सोम प्रदोष व्रत, राहुकाल और आज का शुभ-अशुभ समय

आज 17 नवंबर, 2025 सोमवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. इस तिथि पर नंदी का अधिकार है, जो भगवान शिव के वाहन हैं. पुराने पापों के प्रायश्चित के साथ योग और ध्यान करने के लिए ये सबसे अच्छा दिन है. आज सोम प्रदोष व्रत है. त्रयोदशी तिथि पूरी रात है.
17 नवंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : मार्गशीर्ष
- पक्ष : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
- दिन : सोमवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
- योग : प्रीति
- नक्षत्र : चित्रा
- करण : गर
- चंद्र राशि : कन्या
- सूर्य राशि : वृश्चिक राशि
- सूर्योदय : सुबह 06:53 बजे
- सूर्यास्त : शाम 05:54 बजे
- चंद्रोदय : तड़के 04.56 बजे (18 नवंबर)
- चंद्रास्त : दोपहर 03.32 बजे
- राहुकाल : 08:16 से 09:39
- यमगंड : 11:01 से 12:24
आज का नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र कन्या राशि में 23:20 से लेकर तुला राशि में 6:40 डिग्री तक फैला है. इसके देवता विश्वकर्मा और नक्षत्र स्वामी मंगल हैं. यह नर्म प्रकृति का नक्षत्र है. किसी भी तरह की दोस्ती की शुरुआत करने, कामुक संबंधों के साथ, ललित कला आदि सीखने और यात्रा करने के लिए यह नक्षत्र अच्छा है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 08:16 से 09:39 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.






