पंचांग : आज है साल की सबसे महत्वपूर्ण एकादशी…जानें धन लाभ और सुख-शांति के लिए क्या करें और क्या नहीं

पंचांग : आज 31 दिसंबर, 2025 बुधवार, के दिन पौष महीने की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि है. भगवान विष्णु के द्वारा इस तिथि का नियंत्रण होता है. नई योजना बनाने और रणनीति विकसित करने, धन दान करने और उपवास करने के लिए अच्छा दिन माना जाता है. आज पौष पुत्रदा एकादशी का पारण है. आज मासिक कार्तिगई और वैकुंठ एकादशी है.
31 दिसंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2082
- मास : पौष
- पक्ष : शुक्ल पक्ष द्वादशी
- दिन : बुधवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष द्वादशी
- योग : साध्य
- नक्षत्र : कृतिका
- करण : बव
- चंद्र राशि : मेष
- सूर्य राशि : धनु
- सूर्योदय : सुबह 07:20 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:04 बजे
- चंद्रोदय : दोपहर 02.19 बजे
- चंद्रास्त : तड़के 04.55 बजे (1 जनवरी)
- राहुकाल : 12:42 से 14:02
- यमगंड : 08:40 से 10:01
इस नक्षत्र में किसी नई शुरुआत से बचें
आज के दिन चंद्रमा मेष राशि और कृतिका नक्षत्र में रहेंगे. मेष राशि में 26 डिग्री से लेकर वृषभ राशि में दस डिग्री तक कृतिका नक्षत्र का विस्तार है. इसके देवता अग्नि हैं और इस नक्षत्र पर सूर्य ग्रह का शासन चलता है. यह मिश्रित गुणों वाला नक्षत्र है. किसी भी तरह के प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों के साथ, धातुओं से जुड़ा काम करने के लिए यह नक्षत्र अच्छा है. हालांकि किसी भी तरह की नई शुरुआत के लिए इस नक्षत्र को अच्छा नहीं माना जाता है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 12:42 से 14:02 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम से भी परहेज करना चाहिए.