रायपुर। कांग्रेस का अधिवेशन खत्म होने के बाद बीजेपी अब कांग्रेस पर तंज कस रही है. पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने गुलाब की पंखुड़ियों से लेकर महापौर को सुरक्षाकर्मी के द्वारा धक्का देने मामले में हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से यहां के महापौर के साथ घटना घटित हुई, सब ने उसका वीडियो देखा, जिस तरह धक्के देकर बाहर किया गया. इसके साथ ही महाधिवेशन में शिरकत करने दिल्ली से आए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का आयोजन स्थल पर भव्य स्वागत किया गया. इस पर कहा जा रहा है कि नेताओं का स्वागत सोने की माला से किया गया है. इसे लेकर घमासान भी मचा हुआ है. इस बीच केदार कश्यप ने कहा कि मुझे तो माला दिखाई नहीं दिया, लेकिन गुलाब की पंखुड़ियां उन्होंने बिछाई थी, डेढ़ से 2 किलोमीटर वह दिखाई दी हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यहां के महापौर के साथ घटना घटित हुई, सब ने उसका वीडियो देखा, जिस धक्के के साथ बाहर किया गया. किस तरह की चाटुकारिता इस पार्टी में हो रही है. प्रदेश और देश ने देखा है. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को किस तरह से दरकिनार किया गया. नकारा गया. आदिवासी को किस तरीके से यह पार्टी देखती है, यह पूरे प्रदेश और देश ने देखा है. वहीं राहुल गांधी के सत्याग्रह वाले स्पीच पर केदार कश्यप ने कहा कि राहुल गांधी ने कॉमेडी किंग के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. यहां भी उन्होंने इस बात को साबित कर दिया. सत्ता के लिए कांग्रेस पार्टी लड़ने भिड़ने के लिए तैयार है. कांग्रेस पार्टी सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकती है.
वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस का अधिवेशन कोई समुद्र मंथन तो था नहीं कि अमृत निकलता. 3 दिन मंथन के बाद आखिर झाग ही झाग निकल रहा है. कांग्रेस गांधी परिवार से शुरू होकर, गांधी परिवार से होते हुए, गांधी परिवार पर ही खत्म हो जाती है. ओपी चौधरी ने कहा कि आखिर फैसला यह हुआ कि जिस राहुल गांधी ने कांग्रेस को दो बार विपक्ष के लायक तक नहीं छोड़ा, जो सीधे नेतृत्व लेने की जिम्मेदारी से बचकर रिमोट से कांग्रेस चलाना चाहते हैं. उसी राहुल के पीछे कांग्रेस चलेगी.
भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस का अधिवेशन कोई समुद्र मंथन तो था नहीं कि अमृत निकलता। 3 दिन मंथन के बाद आखिर झाग ही झाग निकल रहा है। कांग्रेस गांधी परिवार से शुरू होकर, गांधी परिवार से होते हुए, गांधी परिवार पर ही खत्म हो जाता है। आखिर फैसला यह हुआ कि जिस राहुल गांधी ने कांग्रेस को दो बार विपक्ष के लायक तक नहीं छोड़ा। जो सीधे नेतृत्व लेने की जिम्मेदारी से बचकर रिमोट से कांग्रेस चलाना चाहते हैं। उसी राहुल जी के पीछे कांग्रेस चलेगी।
चौधरी ने कहा कि देश में एकता और अखंडता की दुहाई देने वाले राहुल जी सनातन संस्कृति का अपमान करते हुए हिंदू और हिंदुत्व में भेद करते हैं सन्यासी और पुजारियों में भेद करते हैं और भारत जोड़ों का नारा देते है। क्या देश में बहुसंख्यक वर्ग का अपमान करके उनकी संस्कृति का अपमान करके देश को जोड़ा जा सकता है। अधिवेशन की पूर्णाहुति यह की 76 वर्ष की सोनिया गांधी कहती है मैं थक गई हूं अब मेरे सन्यास का समय आ गया है और नए – नए अध्यक्ष बने 80 वर्ष के बुजुर्ग खरगे जी कांग्रेस को नया उत्साह के साथ नई दिशा में ले जाने का संकल्प पारित करते हैं।