जोधपुर से आएंगे कानन पेंडारी जू में चार चिंकारा
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बिलासपुर: कानन पेंडारी जू में नया मेहमान आने वाला है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने जोधपुर से चार चिंकारा लाने की अनुमति दे दी है। इसके बदले में जू प्रबंधन उन्हें मादा जंगली बिल्ली व कबर बिज्जू देगा। दोनों जू प्रबंधन के बीच वन्य प्राणियों की अदला- बदली का समझौता हुआ था। इस पर अब जाकर प्राधिकरण ने सहमति की मुहर लगाई है। जल्द ही दोनों जू प्रबंधन के बीच इस पर चर्चा होगी कि किस जू की टीम अपने यहां के वन प्राणियों को लेकर आएगा।
कानन पेंडारी जू में इन चार नए मेहमानों के आने से चिंकारा की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी। जब इन्हें लाने की योजना बनी और जोधपुर जू ने बदले में जंगली बिल्ली और कबर बिज्जू मांगे तो कानन प्रबंधन तत्काल राजी हो गया। दोनों जू प्रबंधन के बीच वन्य प्राणियों की अदला-बदली करने के लिए पहले मौखिक चर्चा हुई। इसके बाद लिखित में एक-दूसरे को सहमति पत्र भेजा गया।
इसी सहमति के आधार पर दोनों जू प्रबंधन ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति मांगी। आमतौर पर प्राधिकरण अदला-बदली के प्रस्तावों को बिना वजह नहीं रोकता है। इसलिए दोनों जू प्रबंधन को उम्मीद थी कि यह जायज प्रस्ताव है और इसमें किसी तरह की व्यवहारिक दिक्कतें नहीं हैं। हालांकि प्राधिकरण की अनुमति के लिए कुछ दिन इंतजार करना पड़ता है।
नस्ल सुधार है मुख्य वजह
पहले से चिंकारा होते हुए भी जू प्रबंधन इन्हें जोधपुर से केवल नस्ल सुधार के लिए ला रहा है। यह जरूरी भी है। जू प्रबंधन इस पर कई सालों से काम कर रहा है। सभी वन्य प्राणियों की नस्ल सुधार के लिए यह जरूरी भी है। यही वजह है कि पहले जू में वन्य प्राणी होते हुए भी उसे दोबारा लाया जा रहा है। जोधपुर जू प्रबंधन कानन को दो मादा व दो नर चिंकारा देगा। जबकि जू में इतनी संख्या में पहले से चिंकारा है। इनके बीच आपस में ब्रिडिंग होने से चिंकारा प्रजाति के नस्ल सुधार होगा।
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