सरगुजा – मछली खाने के विवाद में पिता की हत्या दो बेटों ने फावड़ा और कुल्हाड़ी से किया अटैक, बहन को भी मारने के लिए दौड़ाया
अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम क्रांति प्रकाशपुर में दो बेटों ने मिलकर अपने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने अपनी बहन को भी मारने के लिए दौड़ाया, लेकिन उसने जैसे-तैसे भागकर अपनी जान बचा ली। घटना मछली खाने को लेकर हुए विवाद में हुआ। पुलिस ने दोनों आरोपी बेटों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें से एक नाबालिग है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, सिटी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम क्रांति प्रकाशपुर में रहने वाले कल्लू बखला (50 वर्ष) की पत्नी की मौत कुछ समय पहले बीमारी से हो गई थी। इसके बाद उसने गांव की ही एक विधवा महिला से शादी कर उसी के घर में रहने लगा। विधवा महिला के अपने दिवंगत पति से 2 बेटे और एक बेटी है। दोनों बेटे कबाड़ बीनने का काम करते थे, साथ ही उन्हें नशे की भी बुरी लत है।
रविवार शाम को कुल्लू बखला घर में मछली लेकर आया था। इस दौरान पत्नी घर से बाहर गई हुई थी। बेटी ने मछली बनाई और दोनों मिलकर उसे खा रहे थे। इसी बीच दोनों सौतेले बेटे वहां पहुंचे और मछली खाने की मांग करने लगे। पिता ने मछली देने से इनकार कर दिया, तो दोनों खुद ही मछली निकालकर खाने लगे। इसी बात को लेकर दोनों सौतेले बेटों के साथ पिता का विवाद शुरू हो गया।
इसके बाद दोनों बेटों ने मिलकर फावड़ा और कुल्हाड़ी से पिता के सिर और गले पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों भाई अपनी सगी बहन को भी मारने के लिए दौड़े, लेकिन उसने घर से बाहर भागकर पुलिया के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
24 जुलाई को सौतेली बेटी सिटी कोतवाली पहुंची और पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। इसके बाद पुलिस ने हत्या के आरोपी दोनों सौतेले बेटों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में एक नाबालिग है।
पुलिस ने आरोपी बेटे विकास उर्फ नन्नू बखला (20 वर्ष) के खिलाफ धारा 302, 34 के तहत केस दर्ज किया है, जबकि नाबालिग बेटे को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। पुलिस ने आरोपी विकास को सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।