PM मोदी ने लाल किले की प्राचीर से फहराया तिरंगा, 21 तोपों की दी गई सलामी, देश को कर रहे संबोधित
देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई। पीएम इससे पहले सुबह 7 बजकर 8 मिनट पर राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि दी।
देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री ने 2021 में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस साल इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर किसान-मछुआरों समेत 1800 खास मेहमानों को दिल्ली बुलाया गया है। इसके अलावा कार्यक्रम में अमेरिकी सांसद रो खन्ना (भारतवंशी) और माइकल वाल्ट्ज भी खासतौर पर मौजूद रहेंगे।इस बार 15 अगस्त कार्यक्रम की थीम है- देश पहले, हमेशा पहले (नेशन फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट)। सुरक्षा के लिए 10 हजार जवानों की तैनाती की गई है।
कई सरपंच, सेंट्रल विस्टा के श्रम योगी और कपल्स भी शामिल होंगे
इस बार कार्यक्रम में देशभर से 1800 विशेष अतिथियों को भी बुलाया गया है। ये सभी अपनी पत्नियों के साथ शामिल होंगे। इसमें 400 सरपंच, 250 लोग किसानों के लिए सामान बनाने वाले संगठन से, 50-50 लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जबकि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से 50 श्रम योगी रहेंगे।साथ ही कार्यक्रम में खादी वर्कर्स, सीमाओं पर रोड बनाने वाले, अमृत सरोवर बनाने वाले, प्राइमरी स्कूल टीचर्स, नर्स और मछुआरे भी शामिल होंगे। हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से 75 कपल्स को उनके पारंपरिक परिधान में बुलाया गया है।
जनसंख्या की दृष्टि से भी हम नंबर एक देश हैं- PM Modi
PM Modi ने स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा, जनसंख्या की दृष्टि से भी हम नंबर एक देश हैं. इतना विशाल देश, के हमारे परिवारजन आज हम आजादी का पर्व मना रहे हैं. कोटि कोटि जनों को देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, सम्मान करने वाले कोटि कोटि जनों को मैं इस पर्व की अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं.
पीएम ने संबोधन में मणिपुर का जिक्र किया
पीएम ने देश के स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि नमन किया और कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. इस बीच मणिपुर का भी जिक्र किया और कहा कि मणिपुर में हिंसा का दौर चला, मां बेटियों के सम्मान में खिलवाड़ हुआ, PM Modi बोले- अब शांति है. देश मणिपुर के लोगों के साथ खड़ा है. कुछ दिनों से मणिपुर में कोई हिंसा नहीं हुई. शांति से ही समस्या का समाधान निकलेगा.