स्नातक छात्रों को 2 विषयों में पूरक की पात्रता को राज्यपाल ने दी मंजूरी
रायपुर. राज्यपाल ने स्नातक स्तर के छात्रों को दो विषयों में पूरक की पात्रता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय से राज्य के 72000 छात्रों को एक बार फिर परीक्षा देकर कीमती एक साल बचाने में मदद मिलेगी।
राज्य की कांग्रेस सरकार के छात्र हित में लिए इस निर्णय के लिए कांग्रेस नेता विनोद तिवारी, एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक हनी बग्गा एवं एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया है।
विनोद तिवारी ने बड़ी संख्या में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों को देखते हुए सर्वप्रथम 5 अगस्त को प्रभावित छात्रों के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर दो विषयों में पूरक की पात्रता देने की मांग की थी। ज्ञापन लेते समय ही मुख्यमंत्री ने छात्रों को आश्वस्त किया था. राज्य शासन का यह निर्णय स्नातक छात्रों के भविष्य और उनके कीमती एक साल बचाने में मददगार साबित होगा।
कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षण और ऑनलाइन एग्जाम के कारण पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई है, जिसके कारण सैद्धांतिक विषयों में छात्रों की पकड़ भी अपेक्षाकृत रूप से कमजोर है. इसके चलते इस ऑफलाइन तरीके से हुए परीक्षा के नतीजे बेहद खराब रहे और लगभग 80 % छात्र अनुत्तीर्ण हो गए थे।
स्नातक पाठ्यक्रम के तीनों साल के नतीजों में लगभग 72000 छात्र 2 विषयों में अनुत्तीर्ण हैं. ऐसे छात्रों की मांग पर मुख्यमंत्री ने तत्काल 2 विषय में पूरक की पात्रता देने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था।
इस संबंध में 11 अगस्त को उच्च शिक्षा विभाग ने ऑर्डिनेंस बनाकर राजभवन को अनुमोदन के लिए भेजा दिया था। राज्यपाल ने स्नातक स्तर के छात्रों को दो विषयों में पूरक की पात्रता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस निर्णय से राज्य के 72000 छात्रों को एक बार फिर परीक्षा देकर कीमती एक साल बचाने में मदद मिलेगी. राज्य की कांग्रेस सरकार के छात्र हित में लिए इस निर्णय के लिए छत्तीसगढ़ का पूरा समुदाय मुख्यमंत्री का आभार जताया है।