इनकम टैक्स की रेड में बड़ा अमाउंट पकड़ाया, बिस्तर के नीचे से निकले 42 करोड़ कैश
बेंगलुरु: आयकर विभाग ने कर्नाटक में कुछ ठेकेदारों और उनसे जुड़े लोगों के यहां से 42 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद किया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि फिलहाल कार्रवाई (IT Raid) जारी है. कैश और कितना है, इसके लिए नोट गिनने वाली मशीनें मंगवाई गई हैं. अधिकारियों ने बताया कि यह कैश कर्नाटक की राजधानी में एक आवासीय परिसर से मिला है, जहां कोई रह नहीं रहा था. यह कैश कार्डबोर्ड बॉक्स में रखा था.
इस मामले को लेकर भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने यह रकम आगामी विधानसभा चुनावों के लिए ठेकेदारों से कमीशन के रूप में ली है. यह बहुत मामूली रकम है, जिसे आयकर विभाग ने पकड़ा है. यह सिर्फ नमूना है.
भाजपा नेता और एमएलसी एन रवि कुमार ने दावा किया कि ठेकेदार से वसूली कर जमा की गई राशि में से जो IT ने पकड़ी है, वो 42 करोड़ रुपये हैं. इनमें 500 के नोट शामिल हैं, जिन्हें 23 बक्सों में रखा गया था. यह बातें भी सामने आ रही हैं कि ये कैश तेलंगाना चुनाव के लिए इकट्ठा किया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कैश ठेकेदारों से लंबित 650 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए कमीशन के रूप में लिया गया था. रवि कुमार ने इस मामले की जांच की मांग की. कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी कांग्रेस पर इसी तरह के आरोप लगाए हैं.
वहीं इस मामले को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ये आरोप निराधार हैं. किसी ने भी किसी से पैसे नहीं मांगे. आरोप लगाने वालों के पास क्या सबूत है? क्या भाजपा के लोग ही ऐसा कर रहे हैं. वहीं उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि इस मामले में राजनीति हो रही है. हम भी जानते हैं कि छत्तीसगढ़, तेलंगाना और अन्य राज्यों में क्या हो रहा है. जहां बीजेपी सत्ता में है, वहां कुछ नहीं होगा. जहां बीजेपी सत्ता में नहीं है, वहां ऐसी चीजें होती हैं. ऐसे आरोप लगते हैं.
कर्नाटक राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष डी केम्पन्ना से ने कहा कि ठेकेदार आठ साल से किसी भी कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं था. उसके पास कृषि के साथ ही कई अन्य बिजनेस थे. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा.
बता दें कि तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और मिजोरम में विधानसभा चुनाव 7 से 30 नवंबर के बीच होने हैं. पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले हुई इस कार्रवाई से कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई है. सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग (Income tax department) इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या ये पैसे तेलंगाना भेजे जाने थे, जहां महीने विधानसभा चुनाव होने हैं.
तेलंगाना के मंत्री हरीश राव ने इस मामले को चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि कांग्रेस ने यह पैसा बेंगलुरु के बिल्डरों, सोना व्यापारियों से कमीशन के रूप में इकट्ठा किया है, इसे तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भेजा जाना था, कांग्रेस ने 1500 करोड़ रुपये खर्च करना था.
हरीश राव ने कहा कि ‘आईटी टीम (Income tax team) ने ठेकेदार अंबिकापति के यहां छापा मारा. अंबिकापति ने कर्नाटक में पिछली बीजेपी सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया था. आयकर अधिकारियों को छापे में 42 करोड़ रुपये कैश मिला है. बिस्तर के नीचे 23 बक्सों में 42 करोड़ रुपये के 500 रुपये के नोट रखे हुए थे. पहले 40 प्रतिशत कमीशन था, सरकार अब 50 प्रतिशत कमीशन ले रही है.’