नारायणपुर – पुलिस में पदस्थ अधिकारी वन संसाधनों के तस्करी में गिरफ्तार – वन विभाग , आईटीबीपी व केरिपु की संयुक्त कार्यवाही
नारायणपुर । वन विभाग आई टी बी पी और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की संयुक्त कार्यवाही में सतधार कैम्प के पास वन संसाधनों की चोरी और स्मगलिंग करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है । इसमें कड़ियामेटा कैम्प में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक सोबीराम नेताम एवं उनके अन्य तीन सहयोगियों संतोष जायसवाल, ईश्वर कश्यप, जयंत सिंह को रंगेहाथों पकडा गया जोकि कडेनार – हडेली सड़क निर्माण में लगी एक डम्पर में अवैध रूप से साल व सागौन की मंहगी लकडियों को चिराकर आये दिन कोण्डागाँव व दंतेवाड़ा जिलों में बेच रहे थे । मुखबिरों की पुख्ता सूचना पर आज रात 3 से 7 बजे तक चले कार्यवाई में आईटीबीपी और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने आपसी समन्वय से उक्त अपराधियों को धर दबोचा | सुबह तड़के ही बारसूर व नारायणपुर से आये विभिन्न टीमों को सौंप दिया गया । मामला पुलिस विभाग के अधिकारी जुड़े होने के कारण वन विभाग के अधिकारियों पर कुछ दवाब भी पड़ा , परन्तु टीमों ने वन अपराधों में संलिप्त लोगों को रिमाण्ड पर ले लिया और अग्रिम कार्यवाई चल रही है | चुनाव का समय होने के कारण गैर सामाजिक तत्वों की गतिविधियाँ तेज हुई हैं।
बारसूर थाना क्षेत्र अंतर्गत सातधार इंद्रावती में बड़ी संख्या में सागौन चिरान जब्त किया गया है. टिप्पर वाहन से रात के अंधेरे में चिरान ले जाया जा रहा था. इस अवैध कारोबार में एएसआई की भी संलिप्तता बताई जा रही है. जिसका नाम शोभी राम नेताम है. जो कि नारायणपुर के कोड़ेनार ने पदस्थ है।
वन विभाग को खबर मिली कि रात को बारसूर के सातधार से एक ट्रक सागौन चिरान की तस्करी होने वाली है. इस पर डीएफओ दिनेश पटेल और अशोक सोनवानी ने तत्काल टीम बनाकर मौके पर भेजा. जहां टीम ने तस्करों को रंगे हाथो धर दबोचा. वन कर्मियों ने जो चिरान जब्त किया है, उसकी कीमत लाखों में है. फिलहाल अभी कार्रवाई जारी है. वहीं सागौन की लकड़ी से भरे लोडिंग वाहन को भी जब्त कर लिया गया है।
बता दें कि पूरा मामला दंतेवाड़ा वन मंडल के बारसूर रेंज का है. वहीं नारायणपुर वन मंडल के अधिकारियों ने ये कारवाई है. जो कि बारसूर रेंज और नारायणपुर जिले के वन अफसरों की संयुक्त कार्रवाई है।