‘मंडौस’ के चलते फिजा में घुली ठंडक : बादल छाए रहने से बढ़ी ठिठुरन, सर्द हवाओं ने बढ़ा दी कंपकपी, ठिठुर रहा दिन, कंपा रही रात
केशव पाल, NEWS 36 @ रायपुर | चक्रवाती तूफान ‘मंडौस’ ने प्रदेश की फिजा पर ठंडक घोल दी है। मौसम के मिजाज बदलने से उत्तर की ओर से आने वाली ठंडी हवाएं बढ़ गई है। लिहाजा कंपकपी भी बढ़ गई है। धूप नहीं निकलने से सुबह के समय लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। रात के समय ठंड और भी ज्यादा महसूस हो रही है। वहीं दोपहर और शाम को भी ठंड से ठिठुरन बढ़ गई है। दोपहर में आसमान पर बादल की हल्की पर्त छा जाने से सर्द हवाओं से ठंड के तेवर तल्ख हो गए जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। लिहाजा, ठंड अहसास अब शरीर को चुभने लगा है। शुक्रवार को बदली छाई रही वहीं धूप-छांव का लुकाछिपी भी चलता रहा। आज शनिवार को भी दिनभर बादल छाए हुए हैं। बदली के चलते बारिश की आशंका से किसान खलिहानों में रखे धान को ढकने के लिए मशक्कत करते नजर आए। वहीं खेतों में रखे पराली भींग न जाए इसलिए ढुलाई तेज हो गई है। इधर, मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो से तीन दिनों में प्रदेश में ठिठुरन बढ़ जाएगी। उल्लेखनीय है कि, बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मंडौस की वजह से मौसम का मिजाज बदल गया है। गुरुवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा। वहीं कुछ क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और धूप निकलते ही ठंडी हवाएं चलने लगी। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान मंडौस के असर की वजह से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ रही है। आने वाले 2 दिनों में प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहने के साथ हल्की वर्षा होने की उम्मीद जताई जा रही है। आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि, न्यूनतम तापमान में कुछ विशेष बदलाव नहीं होगा। तूफान लगातार पश्चिम की ओर आगे बढ़ने वाला है और इसके कारण प्रदेश में नमी की मात्रा बढ़ेगी। नमी बढ़ने के चलते 10 दिसंबर से विभिन्न जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। कबीरधाम सबसे ज्यादा ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कई जगहों पर यह गिरावट 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंची, वहीं न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस तक कमी आई। राजधानी रायपुर में अधिकतम तापमान 27.6 और न्यूनतम तापमान 15.0 डिग्री दर्ज किया गया।
चक्रवात का आंशिक असर छत्तीसगढ़ में भी
चक्रवात का आंशिक असर छत्तीसगढ़ में भी देखा जा रहा है। बदली छाए रहने से दिन ठिठुर रहा है वहीं रातें भी मुश्किल भरा हो गया है। राजधानी रायपुर में भी सर्द हवाओं से लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। शुक्रवार रात से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में तेज हवाएं चल रही है वहीं भारी बरसात के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लिहाजा, इसका असर छत्तीसगढ़ के मौसम में भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्के बादल छाए रहने से दिन का तापमान कम हो गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को दिन भर बादल छाए रहने की संभावना जताई है। साथ ही प्रदेश के कुछ जगहों पर हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की आशंका व्यक्त की है। मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया कि, चक्रवाती तूफान तट से टकराने के बाद कमजोर हो रहा है। ऐसे में इसका असर भी कमजोर होगा। सोमवार तक आसमान साफ हो सकता है। बता दें कि, रायपुर समेत पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। कई जिलों में ठंड बढ़ती हुई दिखाई दे रही है।
पिछले दिसंबर में भी हुई थी भारी बारिश
उल्लेखनीय है कि, पिछले साल भी दिसंबर में जमकर बारिश हुई थी, जिससे जनजीवन बूरी तरह प्रभावित हो गया था। लगातार बारिश से झड़ी जैसा मौसम बन गया था। इस साल भी कुछ ऐसा ही मौसम बन रहा है इसलिए लोग पहले से सतर्कता बरत रहे हैं। मौसम बदलने से प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति भी देखी जा रही है। ठंड से बचने जगह-जगह अलाव जल रही है। गर्म कपड़ों की मांग भी बाजार में बढ़ गई है। चक्रवाती तूफान के चलते बनी नम हवाओं के आने से ठंड बढ़ गई है। लिहाजा, इससे बचने लोग तरह-तरह के जतन कर रहे है। वहीं ठंड के चलते लोग घरों में ही दुबके रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। शाम होते है सड़कों में भीड़भाड़ कम होने लगी है। शहर के साथ-साथ आउटर इलाकों में भी ठंड से ठिठुरन बढ़ गई है। अचानक से मौसम का रूख बदलने से अब सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज भी बढ़ने लगे हैं।