कलेक्टर के खिलाफ कराएंगे सीबीआई जांच, हार के बाद बिफरे बीजेपी नेता
बीजापुर। महेश गागड़ा फिर से 2023 के चुनावी मैदान में थे. जहां गागड़ा को कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मंडावी ने 2706 वोटों से हराया है. जिसको लेकर गागड़ा ने अपने हार का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ा और पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया है. चुनाव परिणाम के बाद भाजपा कार्यालय में पत्रवार्ता कर महेश गागड़ा ने कहा कि कलेक्टर कटारा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है. उन्हें चुनाव लड़ने में दिलचस्पी है तो निःसंकोच यहां बस जाए और चुनाव लड़े, तब जनता बताएगी. गागड़ा ने कहा कि आचार संहिता प्रभावशील होने से पहले से ही भाजपा कलेक्टर-एसपी के कृत्यों के मद्देनजर इन्हें चुनाव से पृथक रखने की मांग निर्वाचन आयोग से कर रही थी.
कलेक्टर के विरूद्ध भाजपा के पास ढेरों सबूत है. जिसमें पंचायत सचिव से लेकर अधीक्षकों की बैठक लेकर उन पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का दबाव डाल रहे थे. भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अफसर से उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी. अधीनस्थ अफसर-कर्मियों पर ना सिर्फ दबाव डाला गया था, बल्कि विधायक निवास से तैयार सूची के आधार पर पीठासीन अफसरों को बदलने में कलेक्टर पीछे नहीं थे. इतना ही नहीं बीजापुर पुलिस अधीक्षक के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सुरक्षा का हवाला देते उनका भयादोहन का प्रयास भी किया गया.
गागड़ा ने कहा कि चूंकि सत्ता में अब भाजपा है. इसलिए वे सीबीआई जांच की मांग भी करेंगे. कड़ी चेतावनी देते महेश ने कहा कि बीजापुर में पिछले पांच सालों में कलेक्टर के मार्फत डीएमएफ समेत अन्य मदों में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, सबकी जांच कराई जाएगी.