CG Vidhan Sabha – हसदेव जंगल में पेड़ों की कटाई पर विपक्ष का हंगामा, सदन में जमकर नारेबाजी; स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग खारिज
CG Vidhan Sabha – छत्तीसगढ़ विधानसभा में हसदेव के जंगलों में पेड़ों की कटाई के मुद्दे पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने सदन में स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की थी, जिसे स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद विपक्षी विधायकों ने गर्भगृह में जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद नारेबाजी करने वाले विधायक निलंबित होगए। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
मामले में विपक्ष ने दोबारा चर्चा की मांग की। इस पर बीजेपी विधायक सुशांत शुक्ला ने पुरानी सरकार से कुछ सवाल किया तो पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सदस्य चाहते हैं तो इस पर चर्चा होनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- आसंदी की व्यवस्था आने के बाद भी विपक्ष की मांग उचित नहीं है। सदन में चर्चा के पर्याप्त मौके मिलेंगे।
शून्यकाल में उठा हसदेव अरण्य का मामला
शून्यकाल में कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने हसदेव अरण्य का मुद्दा उठाया। उन्होंने हसदेव बांगो बांध का जिक्र करते हुए कहा की हसदेव अरण्य के नुकसान से इस बांध के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो जाएगा। जिसके बाद जीवन यापन मुश्किल हो जाएगा।
वहीं, विक्रम मंडावी ने इसे आदिवासी संस्कृति से जोड़ते हुए कहा की हमें लगा था की अगर आदिवासी मुख्यमंत्री बनते हैं तो उनके हक का ध्यान रखा जाएगा, पर यहां पर यह होता नहीं दिख रहा है। इस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने क्षेत्र में सभी कोल ब्लॉक निरस्त करने की मांग उठाई। उन्होंने विधायक धर्मजीत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये आपका उठाया हुआ मुद्दा है, इस पर ध्यान दें।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी से पूछा कि कौन सी अदृश्य शक्ति है जो ये सब काम करा रही है। चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री बनने से पहले ही वहां मशीनरी एक्टिव हो जाती हैं और पेड़ कटाई शुरू हो जाती हैं यह चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोल ब्लॉक निरस्त करने की बात सर्वसहमति से सदन में स्वीकृत की गई थी, इसके बाद यह होना अनुचित है।