Chhattisgarh – रिशु हत्याकांड के आरोपियों के नेस्तनाबूद, पिता ने कहा था- जब घर टूटेगा, तभी करेंगे अंतिम संस्कार
सूरजपुर जिले के 10 साल के रिशु कश्यप की अपहरण कर हत्या के मामले में प्रशासन ने बुधवार को 2 आरोपियों के 3 घर को को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इन घरों को अवैध कब्जा कर बनाया गया था। होटल कारोबारी पिता ने घर नहीं तोड़ने पर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था।
सुबह पुलिस-प्रशासन की टीम बेजा कब्जा हटाने बुलडोजर लेकर पहुंची थी। लेकिन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के फोन आने पर बुलडोजर को वापस भेज दिया गया। अब बड़ी संख्या में मजदूर लगाकर पहले आरोपी शिवम सोनी के पिता कमलेश सोनी और उसके चाचा का घर तोड़ा गया।
बाहर निकलवाया गया सामान
इसके बाद दूसरे आरोपी विशाल ताम्रकर के पिता राजेंद्र ताम्रकर का घर तोड़ा गया। इस कार्रवाई से पहले नगर पंचायत के सहयोग से दोनों आरोपियों के घरों से सामान बाहर निकलवाया गया। वहीं, इससे पहले प्रशासन ने 6 घरों का कब्जा हटाने का नोटिस दिया था। जिसमें से दो ने कमिश्नर कार्यालय से स्टे ले लिया।
स्थानीय लोगों ने की थी बुलडोजर चलाने की मांग
वहीं, घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। पूर्व मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने भी 2 मार्च को परिजनों से मुलाकात की थी। प्रतापपुर तहसीलदार पुष्पेंद्र पात्रे ने एक सप्ताह पहले हनुमान मंदिर के सामने स्थित आरोपियों सहित अन्य कब्जाधारियों को नोटिस दिया था। एसडीएम न्यायालय से बेजा कब्जा हटाने का आदेश जारी कर दिया गया।
बुलडोजर चलने तक पिता ने अंतिम संस्कार से कर दिया था इंकार
मासूम रिशु कश्यप के शव को जला दिए जाने के कारण उसकी कुछ हड्डियां ही पुलिस को मिली थी। रविवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कुजूर की मौजूदगी में डीएनए टेस्ट के लिए रिशु के माता-पिता का ब्लड सैंपल लिया गया था। रिशु के पिता अशोक कश्यप को कुछ अवशेष सौंपी गई, ताकि वे उसका अंतिम संस्कार कर सकें। लेकिन पिता अशोक कश्यप ने कहा था कि जब आरोपियों का घर टूटेगा, तब ही वे रिशु का विधिवत अंतिम संस्कार करेंगे।