बस्तर लोकसभा सीट के 135 पोलिंग बूथ के लिए मतदान दल हेलीकॉप्टर से रवाना…देखे पूरी खबर
छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. इस लोकसभा क्षेत्र की सात विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी बड़ी चुनौती है. चुनाव से पहले ही बस्तर लोकसभा के कई नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली चुनाव बहिष्कार की धमकी देते हुए अंदरूनी इलाकों में पर्चे फेंक रहे हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव की तुलना में इस चुनाव में 60% अतिरिक्त फोर्स की तैनाती अंदरूनी इलाकों में की जा रही है.
वहीं मतदान केंद्रों की सुरक्षा का जिम्मा छत्तीसगढ़ और सेंट्रल फोर्स को सौंपा गया है. इसके अलावा दूर-दराज के इलाको में शत प्रतिशत मतदान कराने के लिए आठ से ज्यादा वायु सेना के MI-17 हेलिकॉप्टर भी तैनात किए जा रहे हैं. इन हेलीकॉप्टर की मदद से फोर्स को और मतदान दलों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने का काम किया जाएगा. हालांकि, सुरक्षा कारणों से बस्तर पुलिस के अधिकारियों ने इसका खुलासा नहीं किया है कि किन-किन जिलों के मतदान केंद्रों में हेलीकॉप्टर से मतदान दलों को पहुंचाने का काम किया जाएगा.
पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए बस्तर में आठ से अधिक MI-17 हेलीकॉप्टर इस बार तैनात किये जा रहे हैं. बता दें बस्तर संभाग में हर बार चुनाव में पुलिस हेलीकॉप्टर की मदद लेती है, लेकिन इस बार नक्सलियों के बौखलाहट को देखते हुए दूर-दराज के इलाकों में हेलीकॉप्टर से ही मतदान दलों और फोर्स को पहुंचाया जाएगा.
बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर जिले के 135 पोलिंग बूथ के लिए अलग-अलग हेलीकॉप्टर से मतदानकर्मियों को रवाना किया गया है। MI-17 हेलीकॉप्टर से एक-एक कर पोलिंग पार्टी को नक्सल प्रभावित इलाके के पुलिस कैंपों तक छोड़ा जा रहा है। ये दल 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग करवाएंगे।
बता दे कि बीजापुर जिले में सबसे ज्यादा 76 पोलिंग बूथ हैं। वहीं नारायणपुर में 33 और सुकमा के 26 मतदान केंद्रों के लिए दलों को रवाना किया जा रहा है। पुजारी कांकेर, गलगम, पालनार जैसे अंदरूनी इलाकों में वोटिंग होगी। बताया जा रहा है कि मतदान कर्मी हेलीकॉप्टर से इन गांवों के नजदीक स्थित पुलिस कैंप में रुकेंगे।
पोलिंग पार्टी फिर यहां से पैदल या फिर किसी दूसरे माध्यम से संबंधित पोलिंग बूथों तक जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से इनकी संख्या और मार्ग नहीं बताए जा सकते। प्रशासन का दावा है कि विधानसभा चुनाव से ज्यादा वोटिंग लोकसभा चुनाव में करवाई जाएगी।
पोलिंग दलों में जोश
बीजापुर के जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पांडेय ने बताया कि 76 मतदान केंद्रों के लिए मतदानकर्मियों को रवाना किया गया है। सारे कर्मचारी चुनाव संपन्न करवाने के लिए पूरे जोश में हैं। गर्मी को देखते हुए इन्हें मेडिकल किट भी दिए गए हैं। निश्चित रूप से इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ेगा।
सड़क मार्ग में खतरा, इसलिए हवाई रास्ता
बीजापुर के SP जितेंद्र यादव ने बताया कि सड़क मार्ग पर नक्सली IED प्लांट करते हैं। साथ ही किसी न किसी घटना को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, इसलिए मतदान दलों को सीधे हेलीकॉप्टर से केंद्रों तक भेजा जाता है। गलगम, पालनार, पुसनार जैसे इलाकों में भी मतदान होंगे। चुनाव संपन्न करवाने के बाद पोलिंग पार्टियों को कड़ी सुरक्षा के बीच सुरक्षित रूप से मुख्यालय लाया जाएगा।
ये जवान रहेंगे तैनात
CRPF, STF, CAF, बस्तर फाइटर्स, बस्तरिया बटालियन के हजारों जवानों को तैनात किया जा रहा है। साथ ही बीजापुर-सुकमा जिले के सरहद इलाके में हाल ही में करीब 10 से ज्यादा कैंप खोले गए हैं। जवानों को अंदरूनी इलाकों में निकाला गया है। पुलिस अफसरों का दावा है कि नक्सली बैकफुट पर हैं। वहीं फोर्स अलर्ट है।
14 लाख वोटर्स डालेंगे वोट
बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 8 विधानसभा क्षेत्र हैं। जिनमें बस्तर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, कोंटा (सुकमा), नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर और जगदलपुर शामिल हैं। इन 8 विधानसभा के कुल 14 लाख 66 हजार 333 मतदाता मतदान करेंगे। इनमें 6 लाख 93 हजार 197 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 7 लाख 68 हजार 88 महिला मतदाता हैं। वहीं 52 थर्ड जेंडर हैं।