छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित पीएससी गड़बड़ी मामले में CBI जांच के साथ राजनीति भी शुरु
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित PSC परीक्षा गड़बड़ी मामले में CBI ने जांच शुरू कर दी है. EOW ने सीबीआई को केस हैंडओवर कर दिया है, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है. बता दें कि, पीएससी गड़बड़ी मामले में ACB/EOW ने एफआईआर दर्ज किया था. वर्ष 2020-21 भर्ती परीक्षा में छात्रों ने परीक्षा परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाया था. इसके बाद यह मामला छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी जमकर उठा था. पीएससी गड़बड़ी मामले में सीबीआई को जांच सौंपे जाने पर सियासत भी शुरू हो गई है.
‘जो गलत किया उसको फांसी पर टांगे’ – पूर्व सीएम भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से CBI को जांच सौंपे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने कहा कि सरकार बने 6 महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक केस सिर्फ हैंड ओवर ही हुआ है. इन्होंने कहा था कि हमारी सरकार बनने के बाद तत्काल जांच करेंगे. पीएससी की जांच का जिक्र राज्यपाल के भाषण में किए. मुख्यमंत्री अपने भाषण में किए, लेकिन 6 महीने हो गए अभी तक मामला हैंडओवर नहीं हुआ. जो गलत किया उसको फांसी पर टांगे
‘सब जानते हुए पाप के भागीदार बने भूपेश बघेल’ – बीजेपी
इधर भूपेश बघेल द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद बीजेपी ने पलटवार किया है. BJP प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा है कि जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे, तब सारी चीजों को जानते हुए भी वह अनजान रहे और इस पाप के भागीदार बने. बीजेपी के प्रदेश में सरकार बनी हमने युवाओं से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद इसकी जांच सीबीआई से कराई जाएगी. हमने पीएससी की जानकारी सीबीआई को सौंप दिया है. ईओडब्ल्यू ने सीबीआई को कैसे ट्रांसफर कर दिया है तो इसमें भूपेश बघेल के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. बता दें कि 2023 विधानसभा चुनाव के वक्त बीजेपी के सारे बड़े नेताओं ने छात्रों से PSC परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी को लेकर सरकार बनने पर जांच कराने का वादा किया था. अब विष्णुदेव साय सरकार मामले की जांच सीबीआई से करा रही है.
‘फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे प्रीलिम्स और मेंस की आंसरशीट’
सीबीआइ ने पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में हुई अनियमितता की जांच शुरू कर दी है. पीएससी की 2020 और 2021 के डिप्टी कलेक्टर-डीएसपी की भर्ती परीक्षा में चयनित विवादित उम्मीदवारों की प्रीलिम्स और मेंस की आंसरशीट को जांच के लिए सीबीआई की फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा. CBI यह पता लगाने के प्रयास में है कि आंसरशीट में रोल नंबर और प्रश्नों के जवाब अलग-अलग समय में तो नहीं लिखे गए हैं. इसके साथ ही उम्मीदवारों की हैंडराइटिंग की भी एक्सपर्टस से जांच कराई जाएगी. 18 चयनित उम्मीदवारों से पूछताछ की भी तैयारी है.