Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में नए मंत्रियों का नाम हो गया फाइनल !…सीएम ने पीएम से मिलकर नामों पे लगा दी मुंहर…?
Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में जल्द ही साय सरकार की कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल इस्तीफा दे चुके हैं। उनकी कैबिनेट में जगह खाली है। इसके अलावा मौजूदा मंत्रियों में से किन्हीं 2 को बदले जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
इस बीच आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट और माओवादी विरोधी अभियानों की दी जानकारी दी। माना जा रहा है कि इस दौरान CM साय ने प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चा की है।
सीएम साय की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद साय सरकार की कैबिनेट का विस्तार की सुगबुगाहट और तेज हो चली है । दरअसल 22 जुलाई से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में साय सरकार की कोशिश रहेगी कि उससे पहले नए मंत्रियों का विभागों में काम-काज संभाल लेना ही बेहतर है। एक पद पहले से खाली था, और बृजमोहन के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में दो पद खाली हैं। उनमें कौन से दो चेहरे फिट होने वाले हैं। ये बड़ा सवाल है। इसके अलावा चर्चा ये भी है कि खराब परफॉर्मेंस करने वाले एक दो मंत्रियों पर गाज भी गिर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो दो की जगह तीन या चार नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण जल्द देखने को मिल सकता है।
जल्द होगा कैबिनेट का विस्तार
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद साय मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोरों पर है। सूत्रो की माने तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्यपाल से सौजन्य मुलाकात कर औपचारिक चर्चा भी कर चुके है
रायपुर से एक मंत्री बनाने की मांग
फिलहाल साय मंत्रिमंडल में 2 मंत्री पद खाली है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या दोनों रिक्त मंत्री पद एक साथ भरे जाएंगे। बृजमोहन की जगह कौन मंत्री बनेगा। सवाल ये भी कि मंत्रियों के चयन में किन बातों को प्राथमिकता दी जाएगी। खैर इन सवालों के जवाब तो मंत्रिमंडल विस्तार के बाद हो जाएगा। फिलहाल रायपुर से बीजेपी विधायक पुरंदर मिश्रा ने रायपुर से एक मंत्री बनाने की मांग कर दी है। पुरंदर मिश्रा ने मंत्री बनने की ख्वाहिश पूरी होती है या नहीं, ये तो वक्त बताएगा, लेकिन कांग्रेस तंज कस रही है कि मंत्री पद के लिए बीजेपी में गुत्थम गुत्था चल रही है, सीएम यही बताने राज्यपाल के पास गए थे।
मंत्रिमंडल में सरगुजा और बिलासपुर संभाग का दवदबा
मंत्रिमंडल में सरगुजा और बिलासपुर संभाग का दवदबा है। सरगुजा से मुख्यमंत्री समेत 4 लोग हैं, तो बिलासपुर संभाग से एक उपमुख्मंत्री समेत 3 मंत्री शामिल हैं। बस्तर और रायपुर संभाग से सिर्फ एक-एक मंत्री हैं, जबकि साय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 11 लोग शामिल हैं, जिनमें दुर्ग संभाग से 2 मंत्री हैं।
वहीं जातीय समीकरण को देखें तो मुख्यमंत्री समेत 3 ST, 1 SC, 1 सामान्य, 6 ओबीसी हैं। अगर जातिय समीकरण से मंत्रियों चयन किया जाता है तो एक सामान्य और एक SC बढ़ाया जा सकता है। इस समीकरण के हिसाब से रायपुर संभाग से किसी विधायक की लॉटरी लग सकती है।
राजेश मूणत को मंत्री पद मिलना लगभग तय !
भाजपा के सूत्रों की माने तो राजधानी से बृजमोहन अग्रवाल की जगह राजेश मूणत को मंत्री पद मिलना लगभग तय बताया जा रहा है राजेश मूणत के पास 15 साल मंत्री होने का अच्छा खासा अनुभव है इसके अलावा दूसरे मंत्री की खोज जारी बताई जा रही है जिसमें अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक किरण सिंहदेव और गजेंद्र यादव के नाम भी सामने आ रहे है ऐसी चर्चा है कि आने वाले 10 दिनों के अंदर नए मंत्री शपथ ले सकते है 26 जून को भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन के आने की सूचना है और सीएम साय भी एक दो दिन में इसी सिलसिले में दिल्ली का दौरा कर सकते है
इन सबके बीच संगठन के कई लोगो का दबे जुबान में यह भी कहना है कि मंत्री पद के लिए ऐसा भी नाम सामने आ सकता है जो कि चौकाने वाला हो जैसा की भाजपा के पिछले रिकार्डों को देख के समझा जाना जा सकता है
इन नामों को मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा
वरिष्ठता के आधार पर राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर के नामों की चर्चा है। इनके अलावा कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जो अंदरखाने इस कोशिश में हैं कि किसी तरह मंत्री बनने का मौका मिल जाए। इनमें कुछ ऐसे चेहरे हैं, जिन्हें मंत्री बनाकर भाजपा हर बार की तरह फिर चौंका सकती है।
इनमें रायपुर उत्तर से विधायक पुरंदर मिश्रा, पंडरिया विधायक भावना बोहरा, कोंडागांव विधायक लता उसेंडी, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, बसना विधायक संपत अग्रवाल और सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो का नाम शामिल है।
धरमलाल कौशिक या गजेंद्र यादव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष !
फिलहाल मंत्रीमंडल से साथ संगठन में भी परिवर्तन के कयास लगाए जा रहे है जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनने के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव शुरु होने वाला है ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को मंत्री मंडल में शामिल किए जाने की चर्चाए भी जोरो शोरो से हो रही है ऐसी भी चर्चा है कि उन्हें मंत्री बना कर धरमलाल कौशिक या गजेंद्र यादव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है, खैर मंत्री पद किसे नहीं चाहिए होता कही न कहीं सभी इस जुगाड में लगे ही रहते है भले सार्वजनिक रुप से वे इसे पार्टी या आलाकमान की इच्छा बता कर किनारा करते हो पर दिल में लड्डू तो फुटता है कि उनके नाम पर मुहर लग जाए, अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि किसके नाम पर पार्टी मुहंर लगाती है किसकी सेंटिग तगड़ी थी, किसने सत्ता और संगठन के लोगो के बीच जुगाड़ जमा लिया और किसे दिल पे पत्थर रखना होगा और किसके मन में लड्डू फुटता होगा इसके लिए हमें इंतजार करना होगा क्योंकि पिक्चर अभी बाकी है