Bilaspur News : धर्मनगरी रतनपुर में महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी रथ यात्रा महोत्सव का बदलता स्वरूप
Bilaspur News : गुरुदेव सोनी – छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी रतनपुर के पुराना बस स्टैंड से लगा हुआ एक प्राचीन ऐतिहासिक विशाल किला स्थित है, जिसे गजकिला नाम से जाना जाता है और इस किले के मध्य भाग में एक अति प्राचीन भगवान जगन्नाथ स्वामी का एक भव्य मंदिर स्थापित है, जिसकी सुंदरता आज भी देखते ही बनती है। इस मंदिर के गर्भ गृह में भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा व भैया बलभद्र जी की बड़े ही आकर्षक,अलौकिक परंपरागत प्रतिमायें स्थापित है। जिसकी रूप सज्जा व कलात्मकता देखते ही बनती है, और यहां जगन्नाथ स्वामी के दर्शन से उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी के दर्शन का अहसास होता है। साथ ही इस मंदिर में उड़ीसा के पुरी जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर महाप्रसाद का भी भोग चढ़ाया जाता है और ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में किसी भी काम को पूरा करने का संकल्प लेकर भगवान जगन्नाथ स्वामी की पूजा आराधना की जाए तो भक्तों की हर मनोकामना यहां पूर्ण होती है।
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इस मंदिर में रथ यात्रा महोत्सव के दौरान कभी लकड़ी से निर्मित जगन्नाथ स्वामी के करीब पांच विशाल रथ निकाले जाते थे जिसकी शोभा देखते ही बनती थी ,किंतु कालचक्र में आधुनिकता का समावेश से अब ऑटो रिक्शा,कार व हाथ ठेला जैसे को रथ का स्वरूप देकर भगवान को नगर में भ्रमण कराया जाता है जिसमे अब यहां प्राचीन परंपराओं का बदलता स्वरूप देखने को मिल रहा है, और वो प्राचीन परंपराएं अब धीरे धीरे विलुप्त होते जा रही रही है।