HEAVY RAIN IN CG : दंतेवाड़ा में भारी बारिश से हाहाकार, कई मकान ढहे, हजारों बेघर
HEAVY RAIN IN CG : छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बीच दंतेवाड़ा में पिछले दस दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए हैं. बात अगर किरंदुल क्षेत्र की करें तो यहां एनएमडीसी डेम क्षतिग्रस्त होने के कारण कई घर तबाह हो गए हैं. इस बीच लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला है. इस कारण सैंकड़ों घरों में पानी घुस गया है. वहीं, प्रशासन की ओर से मलवा हटाने का काम जारी है.
डैम टूटने से कई लोग प्रभावित
एनएमडीसी डेम के टूटने से बारिश में लोगों की आफत और भी बढ़ गई है. तकरीबन 180 घर इससे प्रभावित हुआ है. कई मवेशी पानी में बह गए. इस बीच जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर मलवा हटाने का काम कर रही है. साथ ही प्रशासन की ओर से राहत शिविर लगाया गया हैं. प्रभावित लोगों को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर 20 हजार रुपए प्रशासन की ओर से दिए गए हैं.
हर तरफ तबाही का मंजर
दरअसल, छत्तीसगढ़ में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है. इस बीच 21 जुलाई की शाम बस्तर के बैलाडीला की पहाड़ी से अचानक लाखों लीटर पानी किरंदुल शहर में घुस गया. इससे 180 से ज्यादा मकान प्रभावित हुए हैं. साथ ही 15 से अधिक परिवार बेघर हो गए है. क्षेत्र में अभी भी काफी बारिश हो रही है. यही कारण है कि हर तरफ तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. इससे लोगों को करोड़ों का नुकसान हुआ है.
लोगों को दी जा रही हिदायत
इस बीच जिला प्रशासन की ओर से राहत शिविर और मेडिकल कैंप लगाए गए हैं. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों को कपड़ा धोने, खाने-पीने की सामग्री बांटी जा रही है. जिला प्रशासन ने टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. साथ ही लोगों को बाहर न जाने की हिदायत प्रशासन की ओर से दी जा रही है
स्तर के सैकड़ो गांव टापू में हुए तब्दील
इधर बारिश ने केवल दंतेवाड़ा जिले में ही नहीं बल्कि सुकमा, बीजापुर, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिले में भी जमकर तबाही मचाया है, दंतेवाड़ा के बाद बीजापुर में इस बारिश का कर देखने को मिल रहा है, भारी बारिश की वजह से कई नदी नाले उफान पर है, जिस वजह से सैकड़ो गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है, नेशनल हाईवे के साथ-साथ अंदरूनी इलाके के सड़के भी जलमग्न हो गए हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है, बीजापुर से लगे महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ का संपर्क टूट गया है.
इंद्रावती नदी भी पूरे उफान पर है, जिसके चलते डुबान क्षेत्रो में इसका खासा असर देखने को मिल रहा है, इसके अलावा कांकेर में भी कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं, बारिश का पानी सड़कों में बह रहा है, ग्रामीण क्षेत्रों में खेत खलिहान और कई किसान के मवेशी में इस तेज बहाव में बह गए हैं, सुकमा में भी यही हालात बने हुए हैं, सुकमा से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का संपर्क टूट गया है, नेशनल हाईवे में गोदावरी नदी का पानी भर जाने से सड़कें जलमग्न हो गई है और दोनो तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई है.
मौसम विभाग ने 3 दिनो के लिए येलो अलर्ट जारी
इधर मौसम विभाग ने बस्तर संभाग में येलो अलर्ट जारी किया है, आने वाले दो से तीन दिनों तक बस्तर में भारी बारिश की चेतावनी दी है ,जिस वजह से बस्तर संभाग के आयुक्त डोमन सिंह ने सातों जिलों के कलेक्टर को हाई अलर्ट कर दिया है, खासकर दंतेवाड़ा में इस लाल पानी के कहर से लोगों को बचाने के लिए इन्हें राहत शिविरों में ले जाने और पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं, इधर इस लाल पानी से प्रभावित लोगों का सब कुछ तबाह हो गया है और यह बारिश उन पर कहर बनकर टूटा है.
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