Bijapur News : भोपालपटनम सामुदायिक अस्पताल में डॉक्टर मोबाइल टार्च की रौशनी में कर रहे है इलाज
Bijapur News : बीजापुर। छत्तीसगढ़ सरकार जहां एक तरफ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए करोड़ों खर्च कर रही है, वहीं बीजापुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की असलियत कुछ और ही बयां कर रही है। भोपालपटनम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों को संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे मरीजों को इलाज के नाम पर केवल औपचारिकता ही मिल रही है। यहां अस्पताल में बिजली अभाव के चलते डॉक्टरों को टॉर्च जलाकर मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है।
देखे पूरी खबर
आलम यह है कि बिजली के गुल होने के बाद, अस्पताल में इलाज मोबाइल टॉर्च के जरिए किया जा रहा है, जिससे मरीजों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। लेबर रूम में स्टाफ नर्स मोबाइल की रोशनी में प्रसव करवा रही हैं। अस्पताल में दो बड़े जनरेटर लगभग दो साल से खराब पड़े हैं। सौर पैनल भी लगाया गया, लेकिन वह भी खराब रहता है।
टॉर्च या मोमबत्ती की रोशनी में चिकित्सा सेवाएं
अस्पताल में बिजली बाधित होने पर, स्वास्थ्य कर्मियों को अपने मोबाइल टॉर्च या मोमबत्ती की रोशनी में चिकित्सा सेवाएं देनी पड़ती हैं। लेकिन यहां के बीएमओ इस मामले में जरा भी गंभीर नही हैं। इसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं और ग्रामीणों के इलाज पर पड़ रहा है। भोपालपटनम के इकलौते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की यह हालत है तो अंदरूनी क्षेत्रों में क्या स्थिति होगी, इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है।
फ्रिज में रखी गई लाखों की वैक्सीन भी खराब
नए बीएमओ की नियुक्ति के बाद से, अस्पताल में लापरवाही की खबरें आम हो गई हैं। किसी भी अव्यवस्था के बारे में सलाह देने पर डॉक्टर भड़क जाते हैं। इधर, जनरेटर के अभाव में, फ्रिज में रखी गई वैक्सीन भी खराब हो रही हैं, जिससे मरीजों और बच्चों को टीके नहीं लग पा रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण दो साल से खराब पड़े जनरेटर को अब तक ठीक नहीं किया गया है।