Chhattisgarh News : भाजपा से निष्कासित सदस्यों नें Missed Call के जरिए ले ली सदस्यता, पार्टी बोली होगा सत्यापन,भराए जाऐंगे ऑफलाइन फार्म
Chhattisgarh News : भाजपा का सदस्यता अभियान प्रारंभ होने के बाद भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी मिस्ड कॉल करके भाजपा की सदस्यता ले ली है। इसी के साथ और भी कई ऐसे सदस्य हैं जिनको निष्कासित किया गया है, उन लोगों ने भी सदस्यता ले ली है, लेकिन महज मिस्ड कॉल करके सदस्यता लेने से कुछ होने वाला नहीं है।
सत्यापन के बाद होगा तय
सत्यापन के बाद ही तय होगा कि कौन भाजपा का सदस्य रहेगा कौन नहीं। इसी के साथ सक्रिय सदस्य के लिए जहां 50 सदस्य बनाना जरूरी है, वहीं इसके बाद जिलाध्यक्ष और जिले के प्रभारी की भी सहमति जरूरी होने पर सक्रिय सदस्यता मिलेगी। बता दे कि भाजपा में सदस्यता अभियान के लिए नंबर जारी किया था जिसमें छत्तीसगढ़ के पार्टी से निष्कासित कई लोगों ने भी मिस्ड कॉल करके सदस्यता ले ली
सदस्यता के लिए सत्यापन जरूरी
पार्टी की माने तो जो सीधे मिस्ड कॉल करके सदस्य बन गए उनकी भी पूरी सूची सदस्यता अभियान के समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय संगठन से आ जाएगी। सूची के एक-एक सदस्य का सत्यापन जरूरी है। सत्यापन के बिना कोई भी सदस्य नहीं बन सकता है। हर सदस्य का जिलों में सत्यापन होगा। जिनके नाम जिलों से सत्यापन के बाद आएंगे वहीं सदस्य होंगे।
ऑफलाइन भी भराए जाएंगे फार्म
भाजपा नेताओं का कहना है कि बूथ स्तर से भाजपा के कार्यकर्ता ही सदस्य बनाने का काम करेंगे। इसी के साथ जो मिस्ड कॉल करके भी सदस्य बन रहे हैं, उनको ऑफलाइन फार्म भी भरने हैं। ऑफलाइन फार्म भरने के बाद इसका बूथ स्तर से लेकर शक्ति केंद्र, मंडल, जिला स्तर पर रजिस्टर में नाम दर्ज रहेगा। इसकी एक प्रति प्रदेश संगठन के पास भी आएगी।
साय ने बिना विचार-विमर्श की ली सदस्यता – किरण सिंहदेव
भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत बस्तर में 90,000 नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान में बूथ स्तर के नेताओं से लेकर बड़े नेता भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इसी बीच भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए और अब फिर से भाजपा की ऑनलाइन सदस्यता लेने वाले आदिवासी नेता नंदकुमार साय को लेकर प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने स्पष्टीकरण दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि नंदकुमार साय ने भाजपा से कोई विचार-विमर्श किए बिना ऑनलाइन सदस्यता ली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में साय का हमेशा से सम्मान रहा है और पार्टी ने उनके खिलाफ कभी कोई टिप्पणी नहीं की। देव ने कहा कि पार्टी के साथ विचार-विमर्श के बाद साय की सदस्यता पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सदस्यता की पुष्टि होगी। गौरतलब है कि मंगलवार 3 सितंबर को रायपुर के साइंस कॉलेज स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में खुद सदस्यता लेकर बीजेपी सदस्यता अभियान की शुरुआत की। इसी दिन आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने बीजेपी की ऑनलाइन सदस्यता ली थी, जिसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए साझा की थी।
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