नियद नेल्लानार योजनांतर्गत अबूझमाड़ के पहुंचविहीन क्षेत्रों में पहुंच रही विकास की बयार
नारायणपुर से गारपा तक बस का किया जा रहा संचालन
नारायणपुर, 20 नवम्बर 2024// जिले के गौरव टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध चेंदरू मंडावी का जन्म नारायणपुर जिले के ग्राम गढ़बेंगाल में हुआ था। उनकी दोस्ती बाघ (टेंबु) से होने के कारण चेन्दरू मण्डावी को टाइगर बॉय के नाम से जाना जाता है। चेंदरू और बाघ की दोस्ती पर बनी फिल्म ‘‘द जंगल सागा‘‘ को 1997 में ऑस्कर अवार्ड प्राप्त हुआ है। स्वीडन के फिल्म निर्देशक अरने सक्सहार्फ द्वारा बनाई गई इस फिल्म से चेंदरू मंडावी की ख्याति पूरे विश्व में फैल गई। चेंदरू मंडावी का 78 वर्ष की आयु में 18 सितंबर 2013 को निधन हुआ।
जिले के ग्राम छोटेडोंगर निवासी वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी को आम जनता की अहर्निश सेवा के चलते केंद्र सरकार ने इन्हें देश के महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री से सम्मानित किया गया, जो कि जिले एवं प्रदेश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने अपना पूरा जीवन जड़ी-बूटियों की खोज कर लगभग पांच दशकों से हजारों लोगों की बीमारियों का ईलाज कर सेवा कर रहे हैं। उन्होंने जड़ी-बूटियों के माध्यम से अनेक बीमारियों में लोगों का उपचार किया है। उनके अनुभव के चलते उनका ज्ञान बढ़ता गया और नारायणपुर जिले के अलावा प्रदेश एवं देश विदेश से मरीज भी उनके पास ईलाज कराने के लिए आते हैं।
छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय सरकार ने आदिवासी समुदाय की विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुददों को वरीयता दी है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में समग्र विकास का स्वप्न साकार हो रहा है। प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में जिस तरह स्वास्थ्य, सड़क, संचार और सुरक्षा नेटवर्क को मजबूती दी जा रही है, उसका सर्वाधिक लाभ आदिवासी वर्ग को मिल रहा है। इससे आदिवासी समाज के जीवन स्तर में गुणवत्ता का संचार हो रहा है, वहीं सुशासन की इस बयार से प्रदेश में वामपंथी उग्रवाद की समस्या को परास्त करने में भी मदद मिल रही है। इन इलाको में केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पी.एम.जनमन योजना और राज्य सरकार की नियद नेल्लानार योजना गेम चेंजर साबित हो रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
नियद नेल्लानार योजना के तहत मसपुर में अप्रैल 2024 से उप-स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया है, जहाँ अब तक 714 मरीजों को सेवाएं दी गई हैं। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक रात में भी सेवाएं दे रहे हैं। मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत कुल गर्वभती माताओं की पंजीयन 3 हजार 535 है, जिसमें प्रथम तिमाही में 3 हजार 336 माताओं का पंजीयन एवं 4 बार प्रसव पूर्व जॉच किया गया। जिला में कुल संस्थागत प्रसव 2 हजार 885 किया गया है। जिला में पूर्ण टीकाकरण लक्ष्य के विरूद्ध 98 प्रतिशत प्राप्त किया गया है। जिला में कुल आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य 136621 है, जिसके विरूद्ध कवरेज 80.60 प्रतिशत है। जिला नारायणपुर में कुल आयुष्मान आरोग्य मंदिर 45 लक्ष्य राज्य स्तर से दिया गया था। जिसमें से 44 पूर्ण किया जा चुका है। सिकल सेल स्क्रीनिंग हेतु 35144 का लक्ष्य था, जिसके विरूद्व 48424 स्क्रीनिंग किया गया, जो कि 138 प्रतिशत है। चिरायु कार्यक्रम के अंतर्गत कुल विद्यार्थी की संख्या 40692 एवं स्वास्थ्य परीक्षण 26400 जो कि प्रतिशत में 64.88 है। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियत्रंण कार्यक्रम के अन्तर्गत मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के प्रथम चरण में वार्षिक परजीवी सूचकांक 66.39 प्रतिशत था जो कि घटकर दसवें चरण के बाद 7.25 हो गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग
जिले के 84 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य आंगनबाड़ी केंद्र में बदल दिया है और प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत 7 नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के द्वारा प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सश्क्त बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई है, जिसके तहत् अब तक 9 किस्त जारी की जा चुकी हैं। महतारी वंदन योजना के तहत् जिले की 27,595 महिलाओं को करोड़ 83 लाख 20 हजार 600 रुपये की राशि प्रतिमाह उनके खातों में हस्तांतरित की जा रही है। नियद नेल्लानार योजनांतर्गत प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत् 37 लोगों को लाभान्वित किया गया है।
नियद नेल्लानार योजनांतर्गत
नारायणपुर से मसपुर तक 14 गांवो के लोगों को जिला मुख्यालय तक आने जाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा बस संचालन का शुभारंभ किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 1,907 विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के कृषकों और 3,678 वनपट्टाधारी कृषकों का पंजीयन किया गया है। स्वायल हेल्थ कार्ड योजना अंतर्गत 3000 कृषकों को कार्ड दिया गया हैं एवं किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत 25,432 कृषकों को लाभान्वित किया गया है। नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत 443 कृषकों को निःशुल्क बीज वितरण कर लाभ प्रदान किया गया। तेंदूपत्ता संग्रहण कर्ताओं के लिए 4 हजार रुपये प्रति मानक बोरा कि राशि को बढ़ाकर 5,500 रुपये किया गया है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2024 में जिले के 17 हजार 419 संग्रहण कर्ताओं को 10 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है और जिले में 44 लघु वनोपज संग्रहण केन्द्र प्रारंभ किया गया है।
नियद नेल्लानार योजनांतर्गत अति संवेदनशील गांवों कस्तुरमेटा, हिकपाड़, ओकपाड़, तोयमेटा, कटुलनार, मसपुर, गुडरापारा, तुमेरादी, मेटानार, ताड़ोबेड़ा, इरकभट्टी, कच्चापाल, कानागांव, जड्डा, मोंहदी, कोडलियर, बिचपारा, मिचिंगपारा डोर-टू-डोर बेसलाईन सर्वे कार्य किया गया व सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 98 प्रतिशत सेंचुरेशन किया। यू.डी.आई.डी. योजना में 100 प्रतिशत सेंचुरेशन किया गया। नशामुक्त भारत अभियान में भी जागरूकता कार्यक्रम जिले के साप्ताहिक हाट-बाजारों में नशामुक्ति के संबंध में प्रचार-प्रसार किया गया, जिससे कुछ सकारात्मक वातावरण निर्माण हुआ है। इस कड़ी में स्कुल, कॉलेज, भारत माता वाहिनी समूहों द्वारा भी जागरूकता कार्यकम किये जा रहे हैं। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत् 98 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
छत्तीसगढ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण अंतर्गत नारायणपुर जिले में विगत 10 माह में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत स्वीकृत सड़क मढोनार से गौरदण्ड, गट्टापाल, उमरगाँव, 4 किलोमीटर का सड़क निर्माण कार्य अक्टूबर 2024 में पूर्ण किया गया। इस सड़क निर्माण से सम्बंधित ग्रामीणों को मुख्य मार्ग से जोड़ा गया है। जिला नारायणपुर के ओरछा विकासखण्ड अंतर्गत अबुझमाड़ के सुदुर एवं पहुँचविहीन बसाहटो को आजादी के बाद जोड़ने हेतु एवं विषेश रूप से कमजोर जनजातीय समूह को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पी.एम. जनमन योजना अंतर्गत विकासखण्ड ओरछा हेतु 13 सड़को लम्बाई 131.670 किलोमीटर की स्वीकृति प्राप्त हुई एवं नारायणपुर विकासखण्ड अंतर्गत 07 सड़को की लम्बाई 13 किलोमीटर स्वीकृति प्राप्त हुई है।
डी.एम.एफ. योजनान्तर्गत जिले के 13 कलस्टर के 90.50 हेक्टेयर रकबा में सामुदायिक फैसिंग निर्माण कार्य स्वीकृत है, जिसके विरूद्ध में 67 हेक्टेयर रकबे में 31 कृषकों के खेत में फैसिंग निर्माण का कार्य कराया गया है। डी.एम.एफ. योजनान्तर्गत नारियल पौध वितरण कार्य आश्रम, स्कूलों, आंगनबाडी, शासकीय संस्था, ग्राम पंचायत, कैम्पो एंव कृषकों को कुल 20 हजार पौध वितरण किया गया है। मनरेगा योजनान्तर्गत ओरछा विकासखण्ड के ग्राम ओरछा, परलबेड़ा, मोडमवाड़ा एंव मरदेल हेतु 50 हेक्टेयर रकबे में 50 कृषकों के खेत में 13 हजार 850 नग लीची पौध रोपण का कार्य कराया गया है।
नारायणपुर मुख्यतः कृषि एवं वनोपज आजीविका आधारित जिला है, जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिले में 2 लाख 8 हजार 823 गौवंशी-भैंसवंशी, 78 हजार 041 बकरीवंशी, 57 हजार 157 सकूर एवं 2 लाख 47 हजार 797 कुक्कुट हैं। विगत दस महीने में 2 लाख 16 हजार 38 पशुओं में एवं 1 लाख 24 हजार 793 कुक्कुट में टीकाकरण किया गया है। नस्ल सुधार कार्यक्रम अंतर्गत 1 हजार 903 कृत्रिम गर्भाधान एवं 1 हजार 639 बधियाकरण किया गया है एवं 250 उन्नत नस्ल के बछड़े-बछड़ियों का जन्म हुआ है। विगत दस महीने के दौरान राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं जैसे बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना से 180, नर बकरा वितरण योजना से 50, सूकरत्रयी योजना से 51, उन्नत मादा वत्स पालन योजना से 12, पशुधन मित्र योजना से 12 एवं राज्य डेयरी उद्यमिता योजना से 12 नवीन डेयरी इकाई स्थापित करते हुए 300 से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इन गतिविधियों के सुचारु संचालन से जिले में दुग्ध एवं मांस उत्पादन में वृद्धि हुई है।
प्राधनमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत् 12 हितग्राहियों के मकान बनाने का काम पूर्ण हो चुका है। नियद नेल्लानार अंतर्गत ग्राम मसपुर में राशन दुकान स्थापित किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामिण विकास विभाग के द्वारा मसपुर मे 02, मेटानार में 01, हिकपाड़ में 01, ओकपाड़ में 01 और ईरकभट्टी में 02 इस प्रकार कुल 07 हैण्डपम्प खनन् किया गया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा 547 हितग्राहियों को निःशुल्क चावल, नमक, चना, गुड़ वितरण किया जा रहा है तथा 4 हितग्राहियों को उज्जवला गैस सिलिंडर वितरण किया गया है। क्रेडा विभाग द्वारा 9 हितग्राहियों को सोलर पम्प वितरण किया गया है। इन गांवों में टेलीविजन उपलब्ध कराया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत् तोड़ामेटा, इरकभटटी, तोड़ोबेड़ा, जड्डा, कोडलियर बीचपारा एवं मिचिंगपारा में प्राथमिक शाला प्रारंभ करने प्रस्तावित किया गया है। उर्जा विभाग द्वारा 339 घरों में सालाना मुफ्त 500 यूनिट तक बिजली प्रति कनेक्शन दिया जा रहा है।
पुलिस विभाग द्वारा कस्तुरमेटा में नाईट लैंडिग और हैलिपैड निर्माण किया गया है। नियद नेल्लानार अंतर्गत महात्मा गांधी रोजगार गांरटी योजना के तहत् 449 जॉब कार्ड बनाया गया है। राष्ट्रीय परिवहन सहायता योजना के तहत् 4 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। खाद्य विभाग द्वारा 547 परिवारो के लिए राशन कार्ड बनाया गया है। परिवहन विभाग द्वारा 13 हितग्राहियों के ड्राईविंग लायसेंस बनाया गया है। तहसील कार्यालय के माध्यम से 613 जाति प्रमाण पत्र, 447 निवास प्रमाण पत्र और 208 आय प्रमाण पत्र बनाकर वितरण किया गया है। जन्म प्रमाण पत्र 477 हितग्राहियों को प्रदाय किया गया है, आधार कार्ड 381 लोगों का बनाया गया है। श्रम विभाग द्वारा 194 श्रमिको का पंजीयन कर श्रम कार्ड बनाया गया है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत् 18 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। लोक निर्माण विभाग द्वारा बारहमासी सड़क सुविधा के लिए 2 सड़क बनाया जा रहा है, जिसमें कोहकामेटा से कानागांव तक 7 किलोमिटर और आकाबेड़ा से कलमानार तक 8 किलोमिटर सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है।