कवासी लखमा आज पेश नहीं हुए तो गिरफ्तार कर सकती ईडी
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में घिरे पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को ईडी ने एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरा समन जारी किया है। उन्हें अपने बेटे हरीश के साथ आज यानी 2 जनवरी 2024 को ईडी दफ्तर बुलाया गया है। इससे पहले छापामार कार्रवाई के ही दूसरे दिन सोमवार यानी 30 दिसंबर 2024 को उन्हें बेटे के साथ ईडी ने समन जारी कर बुलाया था, लेकिन वे ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे और अपने क्षेत्र सुकमा निकल गए थे
ओझा और यादव भी ED दफ्तर तलब
मिली जानकारी के अनुसार अपने करीबियों के साथ कांग्रेस विधायक लखमा आज ईडी दफ्तर जा सकते हैं। दरअसल, बीतें दिनों इस घोटाले को लेकर ईडी ने उनके और उनके करीबियों के दबिश देकर कई अहम दस्तावेज जब्त किया था। इसके साथ ही सभी को ED ने कार्यालय आने के कहा था। इसी सिलसिले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबी हरीश कवासी, करीबी सुशील ओझा, OSD जयंत यादव ईडी दफ्तर जा सकते हैं।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल होते ही गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री रहे कांग्रेस विधायक कवासी लखमा की दहलीज पर गिरफ्तारी का संकट आ खड़ा हुआ। उनके जेल जाने से सिर्फ एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दूर है। ईडी की ओर से सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करते ही कवासी लखमा की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो जाएगा यानी ईडी उन्हें बिना किसी दिक्कत के गिरफ्तार कर सकती है। खास बात ये कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में एक बार जो भी आरोपी गिरफ्तार हुआ है, वो अब तक बाहर नहीं आ सका।
बता दे कि शराब घोटाले में ईडी की ओर से दायर की गई पहली चार्जशीट में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा का नाम नहीं है। दरअसल, ईडी की ओर से जिस समय चार्जशीट दायर की गई थी, उस समय यानी 2023 में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। कांग्रेस ईडी की कार्रवाई को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के इशारे पर होने का आरोप लगा रही थी।
ऐसे में उस समय यदि कवासी लखमा का नाम शामिल कर लिया जाता तो कांग्रेस आरोप लगाती कि आदिवासी मंत्री को जानबूझकर ईडी ने टारगेट किया। इससे गलत राजनीतिक संदेश जा सकता था। चूंकि, अब ईडी ने कांग्रेस विधायक को टारगेट पर ले ही लिया है, तो ED को गिरफ्तारी के लिए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करनी होगा।