Chhattisgarh : बागी फैलाऐंगे कांग्रेस में रायता…3 जनवरी के बाद फूटेगा बम…
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए पार्टी अपने संगठन को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए जरूरी है कि पार्टी छोड़ चुके नेताओं को भी वापस लिया जाए। इसके लिए पीसीसी चीफ दीपक बैज की ओर से घर वापसी के इच्छुक नेताओं से आवेदन बुलाए गए थे। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास पचास से ज्यादा बड़े नेताओं के आवेदन आए हैं। ये नेता पिछले चुनावों के दौरान पार्टी से बगावत कर गए थे। ये सभी अब पार्टी में वापस आना चाहते हैं। हालांकि, इन नेताओं की घर वापसी ने पार्टी की परेशानी भी बढ़ा दी है।
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पार्टी छोड़ चुके नेताओं को वापस लेने के लिए बनी कमेटी की पहली बैठक दिल्ली में आयोजित की गई थी। इसमें प्रदेश संगठन प्रभारी सचिन पायलट के साथ पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज तथा तीनों प्रभारी सचिव के साथ कमेटी के सदस्यों को ऑनलाइन जोड़ा गया था। बताया जा रहा है कि जिन नेताओं को पार्टी में वापस लिया जाना है, उनका विरोध हो रहा है। यही वजह है कि किसी भी नेता की वापसी पर फैसला नहीं हो सका है।
घर वापसी के लिए जिन बड़े नामों ने आवेदन किया है, उनमें रेणु जोगी, अमित जोगी अपनी JCC का विलय कांग्रेस में करना चाहते हैं। वहीं, पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह, पूर्व विधायक अनूप नाग पूर्व कांग्रेस नेता आनंद कुकरेजा और उनके बेटे पूर्व एमआसी मेंबर अजीत कुकरेजा के नाम भी शामिल हैं।
ऐसे नेता भी पार्टी में वापसी के लिए तैयार बैठे हैं जो विधानसभा चुनाव 2023 के समय बागी हो पार्टी का दामन छोड़ दिया था। । जबकि स्वर्गीय जोगी ने 2018 के चुनाव से पहले कांग्रेस से इस्तीफा देकर अपनी अलग पार्टी बनाई थी। लेकिन जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी ने पूरी पार्टी का विलय कांग्रेस में करने के लिए पीसीसी चीफ को चिट्ठी लिखी है और इसके बाद जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बयान आए थे तभी से लग रहा था कि वापसी इतनी आसान नहीं होगी।
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2023 के विधानसभा चुनाव में अंतागढ़ से विधायक रहे अनूप नाग ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके लिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। अनूप के कारण ही कांग्रेस को वहां हार झेलनी पड़ी थी। दिल्ली में शामिल कमेटी के सदस्यों का कहना है कि अभी रेणु जोगी और बृहस्पति सिंह के आवेदन पर कोई चर्चा नहीं हुई है। क्योंकि जनता कांग्रेस के कांग्रेस में विलय और रेणु और अमित की वापसी को लेकर पार्टी के ज्यादातर नेता खिलाफ में हैं।
इधर राजधानी में पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने पूर्व कांग्रेस नेता आनंद कुकरेजा और उनके पुत्र पूर्व एमआसी मेंबर अजीत कुकरेजा की पार्टी में वापसी का विरोध किया है। उन्होंने पीसीसी चीफ दीपक बैज को चिट्ठी लिखकर कहा है कि आनंद और अजीत कुकरेजा 2013 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम कर चुके हैं। 2018 में भी यही तरीका उन्होंने अपनाया और 2023 में तो निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस का हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जुनेजा ने बैज के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के साथ ही दोनों प्रभारी सचिव को भी चिट्ठी भेजी है।
नए साल में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़े बदलाव होने वाले हैं कांग्रेस नए तेवर और कलेवर में दिखेगी। बदलाव की लिस्ट लगभग तैयार है जिसे 3 जनवरी के बाद कभी भी जारी कर दी जाएगी… बागियो की घर वापसी को लेकर कांग्रेस में उठ रहे विरोध के बीच निकाय और पंचायत चुनाव के मद्देनजर क्या कांग्रेस बागियों को माफ कर घर वापसी करवाऐगी..कुछ भी हो पर बागियो का घर वापसी का रास्ता इतना आसान नहीं होने वाला…जिसका पता 3 जनवरी के बाद आपको चल ही जाऐगा