कृषक अनिल को कृषक उन्नति योजना का मिला लाभ
40 हजार 348 रूपये का प्राप्त हुआ अतिरिक्त आय
नारायणपुर, 04 दिसम्बर 2024// प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के किसानों से 3100 रूपए क्विंटल की दर से धान खरीदी की गारंटी दी थी। इस गारंटी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत् किसानों को आदान सहायता राशि का अंतरण उनके बैंक खातों किया जाता है। किसान हितैषी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा राज्य में किसानों से अपने वायदे के मुताबिक प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी करने के साथ ही दो साल के धान के बकाया बोनस की राशि का भुगतान भी किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में खेती-किसानी और किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। कृषि के क्षेत्र में सम्पन्नता से ही छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और विकसित राज्य बनाने का सपना साकार होगा।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हित हेतु कृषक उन्नति योजना का शुभारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत किसान भाइयों के बैंक खातों में सहायता राशि का अंतरण किया जा रहा है।
जिले के ग्राम कुरूषनार के कृषक अनिल, पिता मानू बताते हैं कि उनकी 09 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमें से वे 06 एकड़ भूमि में धान उत्पादन करते हैं। कृषि विकास एव किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिक विभाग द्वारा किसान अनिल का विभाग में संचालित कृषक उन्नति योजना अन्तर्गत वर्ष 2023-24 मे एकीकृत किसान पोर्टल मे पंजीयन कराया गया है। पंजीयन के पश्चात् किसान अनिल द्वारा धान सहकारी समिति बासिंग में 44 क्विंटल धान विक्रय किया गया। अनिल बताते हैं कि धान 44 क्विंटल धान विक्रय पश्चात् प्रथम किस्त 2183 रूपये की दर से कुल 96 हजार 52 रूपये उनके बैंक खाते में जमा हो गये एवं कुछ दिन बाद अंतर की राशि कृषक उन्नति योजना के तहत् 19257 रूपये की दर से 40 हजार 348 रूपये प्राप्त हुआ। इस प्रकार उन्हें कुल 1 लाख 36 हजार 400 रूपये प्राप्त हुए। किसान अनिल का कहना है कि वह उक्त राशि का उपयोग घरेलू एंव कृषि कार्य तथा बच्चो की पढ़ाई लिखाई मे खर्च किया और शेष राशि उनके बैंक खाते मे बचत है। उक्त राशि को वे समय समय पर आहरण कर अपने दैनिक उपयोगी कार्य मे खर्च कर रहे हैं।