छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव…नाम वापसी का आखिरी दिन, बागी नेताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में नाम वापसी की आज आखिरी तारीख है। शाम तक उम्मीदवारों के पास समय है कि वो अपना नाम वापस ले सकते हैं। इसके बाद चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की फाइनल लिस्ट जारी हो जाएगी।
चुनाव चिन्ह जारी करना भी आज ही होगा। 11 फरवरी को वोटिंग होगी और 15 फरवरी को मतगणना के साथ चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। फिलहाल पूरे छत्तीसगढ़ में महापौर पद के लिए 109, अध्यक्ष पद के लिए 816 कैंडिडेट हैं। वहीं पार्षद पद के लिए 10 हजार 776 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है।
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने सभी जिलों के बागी नेताओं को मनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोक दी है। अंतिम समय में PCC चीफ दीपक बैज ने मोर्चा संभाला है। करीबी नेताओं के जरिए बागियों को नाम वापसी के लिए बागियों को मना रहे हैं। रायपुर में दर्जनभर बागियों ने नामांकन भरा है। आधा दर्जन पूर्व पार्षद भी पार्टी के खिलाफ मैदान में हैं।
कांग्रेस प्रत्याशियों का नामांकन हुआ रद्द
धमतरी और बालोद जिले में कांग्रेस के पार्षद- मेयर प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है। जिसके बाद कांग्रेस एक बार फिर बीजेपी हमलावर हो गई है। इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसे भाजपा की साजिश और लोकतंत्र की हत्या बताया है।पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में फिर से लोकतंत्र की हत्या हुई है।
मतदान से पहले बीजेपी ने मारी बाजी
बिलासपुर वार्ड नंबर 13- यहां से कांग्रेस उम्मीदवार श्याम पटेल ने नामांकन पत्र के साथ जाति प्रमाण पत्र ही जमा नहीं किया। जिसके चलते उसका नामांकन निरस्त हो गया और बीजेपी प्रत्याशी रमेश पटेल को वॉकओवर मिल गया।
कोरबा जिले के कटघोरा वार्ड 13- भाजपा प्रत्याशी का एकमात्र नामांकन दाखिल हुआ, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल ही नहीं किया।
कटघोरा के ही वार्ड 18- कटघोरा के ही वार्ड-18 में भी बीजेपी को ही वॉकओवर मिला। यहां कांग्रेस प्रत्याशी ने बुधवार को नामांकन वापस ले लिया।
दुर्ग वार्ड नंबर 21- कांग्रेस प्रत्याशी मीरा सिंह ने नाम वापसी के दिन नामांकन वापस ले लिया। इससे भाजपा प्रत्याशी विद्यावती सिंह निर्विरोध पार्षद निर्वाचित हो गईं। इस वार्ड से भी किसी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं भरा था।