Chhattisgarh : शबाना, साधना ने दिया बच्चे को जन्म, अस्पताल में बदल गया बच्चा, घर पहुंचे तो उड़ गए होश
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिलें में जिला अस्पताल की लापरवाही सामने आई है. दरअसल यहां एक ही दिन थोड़े वक्त के आगे पीछे दो बच्चों का जन्म हुआ. जन्म लेने वाले दोनों बच्चे लड़के हैं. जन्म के बाद नर्स और डॉक्टरों ने बच्चों को उनके परिजनों की मौजूदगी में मां को सौंप दिया गया. बच्चे को जन्म देने वाली एक मां का नाम शबाना है और दूसरी की साधना. बच्चे को जन्म देने के दोनों कुछ दिन तक अस्पताल में भर्ती रहीं. बाद में दोनों को डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया. घर लौटने के बाद शबाना ने पति को बताया कि उनका बच्चा अस्पताल में बदल गया है.
शबाना की बात सुनने के बाद परिजन घबरा गए. शबाना ने अपने ससुर मोहम्मद अशरफ कुरैशी को बताया कि उनको किसी और का बच्चा दे दिया गया है. शबाना ने कहा कि जब बच्चे का जन्म हुआ था तब उनकी और बच्चे की तस्वीर खीची गई थी. जो तस्वीर खीची गई थी उसमें उसके बेटे के हाथ में जो नेम बैंड लगा था उसमें शबाना की जगह साधना लिखा था. परिजनों ने भी फोटो को चेक किया तो बात सही निकली. इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई. अस्पताल की ओर से भी उस दिन जन्म लेने वालों की लिस्ट चेक की गई. एक फोटो में ये नजर आया कि साधना नाम की महिला का जो बेटा है उसके हाथों में जो नेम बैंड लगा है उसपर शबाना लिखा है.(अस्पतालों में बच्चे का जन्म होने के बाद बच्चों की कलाई में एक बैंड लगा दिया जाता है उस बैंड में बच्चे को जन्म देने वाली मां का नाम लिखा होता है. बैंड के जरिए बच्चे और उसकी मां पहचान होती है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के वक्त ये बैंड हटा दिया जाता है)
शबाना का बेटा पहुंचा साधना की गोद में
शबाना के परिजनों का क्या कहना है: शबाना के परिजन अब बच्चा बदल जाने की खबर से परेशान हैं. अपने असली बेटे को हासिल करने के लिए वो अस्पताल और पुलिस के पास पहुंचे हैं. संयोग से जिस दिन शबाना अपने परिजनों के साथ सिजेरियन का टांका कटाने जिला अस्पताल आई उसी दिन साधना भी अपने पति के साथ वहां पहुंची. शबाना के परिजनों की गुजारिश पर दोनों को एक साथ बिठाकर काउंसिलिंग की गई. शबाना के परिजनों का कहना है कि साधना नाम की महिला बच्चा की अदला बदली की बात नहीं मान रही है. वो बच्चा देने को तैयार नहीं है.
साधना को जब हमने और डॉक्टर ने पूरी बताई तो वो बच्चा देने से इंकार करने लगी. साधना का कहना है कि ये उसका बच्चा और वो इसे इतने दिनों से दूध भी पिला रही है. महिला के बच्चा देने से इंकार करने पर हमने डॉक्टरों से बात की और अब हम बच्चे का डीएनए टेस्ट कराना चाहते हैं. डीएनए टेस्ट से ये साफ हो जाएगा कि हम जो कह रहे हैं वो सही है – मो. अशरफ कुरैशी, शबाना के ससुर
जिला अस्पताल प्रबंधन के भी उड़े होश
बच्चों की अदला बदली की बात सामने आते ही दुर्ग जिला अस्पताल प्रबंधन सकते में आ गया है. अस्पताल की सीनियर लेबर इंचार्ज डॉ विनिता धुर्वे का कहना है कि ये कैसे हुआ ये तो नहीं पता चला. डॉ विनिता का कहना है कि फोटो देखने के बाद ये जरुर लग रहा है कि बच्चा बदल गया है. फोटो में साधना की गोद में शबाना का बच्चा है और शबाना की गोद में साधना का बच्चा.
DNA टेस्ट से होगा बच्चे और मां का मिलान
बच्चे की अदला बदली के बाद अस्पताल प्रबंधन की खूब किरकिरी हो रही है. अस्पताल प्रबंधन ने विवाद को खत्म करने के लिए अब बच्चों और मां का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है. शबाना की ओर बच्चे को हासिल करने के लिए पुलिस में भी शिकायत की गई है. पूरे विवाद को सुलझाने के लिए अब अस्पताल प्रबंधन की ओर से भी प्रयास किया जा रहा है.