क्या दीपक बैज बने रहेंगे अध्यक्ष ? : बनाए जा सकते है दो नए कार्यकारी अध्यक्ष…कांग्रेस में बड़े ऑपरेशन की तैयारी

रायपुर। लगातार चुनावी हार के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है इस बार कांग्रेस हाईकमान 2 कार्यकारी अध्यक्षों के फॉर्मूले पर गंभीरता से विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि रायपुर से लेकर दिल्ली तक इस मुद्दे पर मंथन हो रहा है। विधानसभा, लोकसभा और निकाय चुनाव में मिली हार के बाद दीपक बैज को बदले जाने की चर्चा जोरों पर चल रही थी। कांग्रेस संगठन फिलहाल छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष को न बदलते हुए संगठन को मजबूती देने दो नए कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्त पर विचार कर रहा है।
दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते है
कांग्रेस पार्टी पूर्व में भी दो कार्यकारी अध्यक्ष के फार्मूले अंजाम दे चुकी है। बताया जाता है कि आदिवासी वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के नेताओं को मौका दिया जा सकता है।
सभी वर्गों को साधने की रणनीति
अगर यह फॉर्मूला सफल होता है, तो 2028 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस अपनी सियासी रणनीति को और धार दे सकती है। आदिवासी और ओबीसी समीकरण को साधने से पार्टी को सत्ता में वापसी का मजबूत आधार मिल सकता है। पार्टी में असंतोष दूर करने के लिए सभी वर्गों को साधने प्रभारी सचिवों के माध्यम से सभी जिलों में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने का प्रयास जारी है।
संतुलन बनाकर साधने की कोशिश
इन नेताओं की सक्रियता भी संकेत दे रही है कि वे भी किसी महत्वपूर्ण भूमिका में आ सकते हैं। कांग्रेस हाईकमान संतुलन बनाकर दोनों प्रमुख वर्गों को साधने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा भी कई ऐसे पूर्व विधायक हैं, जिनके नाम दिल्ली तक पहुंच चुके हैं। कांग्रेस हाईकमान को संतुलन बनाने के लिए जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों पर गंभीरता से विचार करना होगा।
बैज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की हुई थी मांग
छत्तीसगढ़ में लोकसभा, विधानसभा फिर नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस करारी हार के बाद कांग्रेस संगठन में बदलाव के लिए स्वर उठने लगे है , निकाय चुनाव मतदान के बाद बागियों की घर वापसी पर सवाल उठाने वाले जुनेजा ने पार्टी अध्यक्ष दीपक बैज की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए संगठन में तुरंत बदलाव की मांग की है. उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं, हमारे मौजूदा संगठन को हार मिली है.
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा था कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की न प्रदेश में पकड़ बना, न कुछ काम किया. दीपक बैज की कार्यप्रणाली से कोई खुश नहीं है.नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं, बल्कि मौजूदा संगठन को हार मिलने की बात कहते हुए कुलदीप जुनेजा ने कहा कि चार चुनाव हार के बाद भी यदि इस्तीफ़ा मांगा जाए तो शर्म की बात है. नैतिकता नाम की भी कोई चीज होती है, दीपक बैज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. कांग्रेस संगठन में बदलाव बहुत जरूरी है. कांग्रेस संगठन में बदलाव बहुत जल्द होना जरूरी है.
