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नई गाड़ियों का भौकाल दिखा रसूखदार लड़को ने किया था हाईवे जाम, हाईकोर्ट ने कहा ‘लक्जरी कारें क्यों जब्त नहीं की गई ?… राज्य सरकार से मांगा जवाब

न्यायधानी बिलासपुर में भाजपा नेता के करीबी और रसूखदार लड़कों ने लग्जरी कारें खड़ी कर NH-130 जाम कर दिया था। इस मामले में हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरू की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई हुई। सोमवार को उन्होंने हाईवे जाम करने वाली गाड़ियों की जब्ती नहीं बनाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। साथ ही इस मामले में शपथपत्र के साथ सरकार को जवाब देने कहा है।

बता दें कि पिछले दिनों नई कार खरीदकर लड़कों ने रील्स बनाने के लिए नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था, जिसका वीडियो शूट कर नई कार खरीदने का जश्न भी मनाया। जिससे आवागमन प्रभावित हुआ और लोग परेशान होते रहे। पुलिस ने रईसजादों पर FIR करने की बजाय सिर्फ जुर्माने की कार्रवाई की है। पुलिस की चालानी कार्रवाई के अनुसार रसूखदारों में वेदांश शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, यशवंत, दुर्गेश ठाकुर, विपिन वर्मा, अभिनव पांडेय शामिल हैं। इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।

कटा चालान पर न गाड़ी नंबर बताए न लड़कों के नाम
एडिशनल एसपी ट्रैफिक राम गोपाल करियारे ने बताया कि रतनपुर रोड में एक के बाद एक 6 कार को खतरनाक ढंग से लहराते हुए कट मारकर गाड़ी चलाते हुए देखा गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। एसएसपी रजनेश सिंह ने तुरंत इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। रतनपुर रोड पर तैनात प्रभारी एएसआई केके मरकाम और स्टाफ ने सभी गाड़ियों को रोक कर 2000-2000 की चालानी कार्रवाई की, लेकिन एडिशनल एसपी ने इन 6 लड़कों के न तो नाम बताए और न ही जिन गाड़ियों का चालान काटा गया उनकी गाड़ी नंबर बताए।

हाईकोर्ट ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर जताई नाराजगी
इस पूरे मामले को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने स्वतः संज्ञान में लिया है, उन्होंने जनहित याचिका के रूप में केस की सुनवाई शुरू की है। सोमवार को उन्होंने हाईवे जाम करने वाली गाड़ियों को जब्त न करने और मामूली कार्रवाई पर नाराजगी जताई। साथ ही इस मामले में शपथपत्र के साथ जवाब देने के लिए कहा है।

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