अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज से एम्बुलेंस चोरी, हर साल सुरक्षा पर खर्च होते है 84 लाख

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से संजीवनी 108 एम्बुलेंस चोरी हो गई। चोरों ने परिसर में खड़ी एम्बुलेंस (क्रमांक सीजी 02-6563) को चुरा लिया, और अस्पताल प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस घटना ने मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है।
सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े हुए गंभीर सवाल
अस्पताल प्रबंधन सुरक्षा पर हर साल 84 लाख रुपये खर्च करता है, जिसमें 60 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। ये गार्ड निजी कंपनी सीडीओ के माध्यम से नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें कलेक्टर दर पर 10,000 रुपये मासिक वेतन दिया जाता है। इसके बावजूद, परिसर में चोरी की घटनाएं थम नहीं रही हैं। पहले बाइक और उपकरणों के तार चोरी होने की शिकायतें सामने आती थीं, लेकिन इस बार चोरों ने पूरी एम्बुलेंस ही चुरा ली।
कंपनी की लापरवाही आई सामने
संजीवनी 108 एम्बुलेंस का संचालन करने वाली निजी कंपनी के सरगुजा प्रभारी डीएम संदीप यादव ने बताया कि 13 से 16 जुलाई के बीच कंपनी ईएमटी-पायलट भर्ती शिविर में व्यस्त थी। इस दौरान नकीपुरिया वार्ड के बाहर खड़ी एम्बुलेंस चोरी हो गई। 17 जुलाई को कंपनी को चोरी का पता चला, जिसके बाद मणिपुर थाने में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने परिसर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन चोरी का सटीक समय और तारीख अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
पुलिस जांच में जुटी
एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि मणिपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर चोरों का पता लगाने की कोशिश जारी है। जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
17 एम्बुलेंस, फिर भी संचालन में चुनौतियां
जिले में संजीवनी 108 की 17 एम्बुलेंस उपलब्ध हैं, जिनका संचालन जरूरत के हिसाब से किया जाता है। लेकिन इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी, बल्कि आपातकालीन सेवाओं के प्रबंधन पर भी सवाल उठाए हैं।यह घटना अस्पताल प्रशासन और निजी कंपनी की लापरवाही को उजागर करती है, जिसके चलते मरीजों की जान बचाने वाली महत्वपूर्ण सेवा पर सवाल उठ रहे हैं।