छत्तीसगढ़रायपुर संभाग

भगवान के स्वरुप से छेड़छाड़ और अश्लील डांस कराना पड़ा महंगा, लाखेनगर गणेश समिति संचालक के खिलाफ FIR दर्ज

राजधानी रायपुर शहर के सबसे चर्चित गणेश आयोजन समिति लाखेनगर गणेशोत्सव समिति (सिंधु एकता गणेश युवा एकता समिति) अब कानूनी पचड़े में फंसती नजर आ रही है। समिति संचालक के खिलाफ बजरंग दल की शिकायत पर आजाद नगर चौक प्राथमिकी दर्ज की गई है। समिति पर बजरंग दल ने भगवान गणेश के स्वरूप को विकृत करने और आयोजन स्थल पर अश्लील गाने पर डांस कराने के आरोप है।

गौरतलब है कि, गुरुवार को रायपुर के लाखे नगर इलाके में गणेश पंडाल के सामने आइटम सांग बजाने और प्रतिमा को AI कार्टून स्वरूप में बनाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। यहां बड़ी संख्या में बजरंग दल, शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता यहां पहुंचे हुए हैं और हंगामा शुरू कर दिया था। बजरंग दल प्रत्मीा के विसर्जन के जिद पर अड़ा था। हालाँकि मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रतिमा को कपडे से ढंकने का फैसला किया। इसके बाद पुलिस ने वहां मौजूद कुछ लोगों पर हल्का बल भी प्रयोग किया था।

हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने दर्ज कराई थी शिकायत
रायपुर युवा शिवसेना के जिला अध्यक्ष यशराज सिंह ठाकुर ने बताया कि भगवान गणेश जो है वह हमारे आराध्य हैं. सनातन धर्म में पूजा में सर्वोपरि माना गया. कोई भी पूजा से पहले गणपति की पूजा जरूरी होती है. शहर में कई ऐसी मूर्ति विराजित की गई है जो भगवान गणेश के स्वरूप में बिल्कुल भी नहीं है.

हिंदू संगठन के लोगों का आरोप
शहर में कई जगहों पर स्थापित गणेश की प्रतिमा अपने स्वरूप से बिल्कुल हटकर हैं. 2 दिन पहले इसको लेकर हम लोग कार्रवाई करने की मांग को लेकर रायपुर के एसएसपी को ज्ञापन भी सौंपा था और मांग की गई थी कि ऐसी मूर्तियां को तुरंत विसर्जित कराया जाए. पुलिस के द्वारा मूर्ति विसर्जित कराने का आश्वासन भी मिला था. बावजूद इसके ऐसा नहीं हुआ.

गणेश चतुर्थी के दौरान मचा हंगामा
पूरे देश में 27 अगस्त गणेश चतुर्थी की शुरुआत होने के साथ ही पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. राजधानी में छोटी बड़ी गणेश प्रतिमा के साथ क्यूट बप्पा और AI वाली प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. ऐसे में सर्व हिंदू समाज बजरंग दल और शिवसेना के लोग पिछले कई दिनों से लगातार इस बात को लेकर पुलिस को शिकायत भी कर चुके हैं. उनका कहना है कि यहां कार्टून की तरह मूर्ति स्थापित की गई है जो सनातन धर्म का अपमान है. ऐसे में इन गणेश पंडालों को बंद किया जाए या फिर ऐसी मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए समिति वालों से कहा जाए. शिकायत के बाद भी पुलिस और प्रशासन में इसे गंभीरता से नहीं लिया. जिसकी वजह से गुरुवार की रात गणेश पंडाल में इस तरह से हंगामा हो रहा है.

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