जेल में मस्ती में है चैतन्य, सरकार डराती है डरने का नई-भूपेश बघेल

कोरबा। छत्तीसगढ़ में 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने गिरफ्तार कर रिमांड पर रखा है। इस विवादित मामले को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कोरबा में बड़ा बयान दिया है।
हरदी बाजार में भू-विस्थापितों से मिलने पहुंचे भूपेश बघेल ने कहा, “मेरा बेटा जेल में मस्ती में है। कल ही उसकी मुलाकात हुई। मेरा बेटा कहता है कि मोदी और अमित शाह से डरना नहीं है, झुकना नहीं है। सरकार सिर्फ जेल के जरिए डराने की कोशिश करती है, लेकिन जेल का डर खत्म हो चुका है, तो सरकार का डर भी खत्म हो जाएगा।”
जेल में चैतन्य बघेल
ED की टीम ने 18 जुलाई 2025 को चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया था. ED की टीम ने उस दिन सुबह-सुबह भिलाई स्थित बघेल निवास पर छापा मारकर चैतन्य को उनके जन्मदिन के दिन गिरफ्तार किया था.
5000 से ज्यादा पन्नों का चालान पेश
शराब घोटाला मामले में ED की टीम ने 15 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ विशेष कोर्ट में 5000 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट पेश की थी. इस चालान में ED ने चैतन्य बघेल के कथित कारनामों का विस्तृत विवरण दिया है. ED के अधिकारी 4 बंडल दस्तावेज लेकर कोर्ट पहुंचे थे.
3200 करोड़ का शराब घोटाला
चैतन्य बघेल को 3200 करोड़ के शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. प्रदेश में 2018 से 2023 के बीच जब कांग्रेस की सरकार थी और CM भूपेश बघेल थे तब प्रदेश में करीब 3200 करोड़ से अधिक का शराब घोटाला हुआ. इसे लेकर EOW ने चार्जशीट में जानकारी देते हुए बताया कि इस घोटाले के पैसे से 11 आरोपी अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम करोड़ों रुपए की जमीन और दौलत खरीदी है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक EOW के मुताबिक पूरे शराब घोटाले में करीब 61 लाख अवैध पेटी शराब बिकवाकर 2174 करोड़ रुपए की चपत लगाई गई थी, लेकिन जब इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई तो पता चला कि यह घोटाला 2174 नहीं बल्कि 3200 करोड़ रुपए से अधिक का है.