ओडिशा बनेगा अंडा उत्पादन का प्रमुख केंद्र: मंत्री गोकुलानंद मल्लिक

भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने अंडा उत्पादन में नए आयाम स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास (एफएंडएआरडी) मंत्री गोकुलानंद मल्लिक ने शुक्रवार को कहा कि राज्य ने 2029 तक सालाना 500 करोड़ अंडे उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है और खुद को अंडा उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनाने की योजना में है।
लोक सेवा भवन में आयोजित राज्य स्तरीय विश्व अंडा दिवस समारोह में मंत्री मल्लिक ने बताया कि वर्तमान में ओडिशा प्रतिदिन लगभग 1.17 करोड़ अंडे का उत्पादन करता है। उन्होंने कहा, “राज्य में प्रति व्यक्ति अंडे की उपलब्धता लगभग 80 प्रति वर्ष है, जबकि स्वस्थ आहार के लिए प्रति व्यक्ति सालाना 182 अंडे की आवश्यकता होती है। हमारा लक्ष्य इस अंतर को कम करना और ओडिशा को अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है।”
मंत्री ने प्रत्येक जिले और ब्लॉक के युवा उद्यमियों से मुर्गी पालन अपनाने और पशुधन क्षेत्र के माध्यम से पोषण सुरक्षा व आर्थिक विकास में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने अंडे को बच्चों के स्वास्थ्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सबसे किफायती और संपूर्ण पशु प्रोटीन स्रोत बताया।
ओडिशा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रवत कुमार राउल ने भी नागरिकों से राज्य को अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। इस वर्ष का विश्व अंडा दिवस ‘अंडे की शक्ति: प्राकृतिक पोषण से भरपूर’ थीम पर मनाया गया। भुवनेश्वर के स्कूलों में छात्रों को अंडों के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूक किया गया और शहर के अनाथालयों में बच्चों को अंडे वितरित किए गए।