हेली टिकट ठगी का भंडाफोड़ गुजरात के यात्री से 1.91 लाख की ऑनलाइन ठगी, साइबर पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

देश में ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें हेली टिकट बुकिंग के नाम पर गुजरात के एक यात्री से 1.91 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद साइबर टीम ने इस हाई-टेक गिरोह का भंडाफोड़ कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना ने फिर से यह साबित कर दिया है कि इंटरनेट पर टिकट बुकिंग या यात्रा से जुड़ी सेवाओं का उपयोग करते समय सावधानी बेहद जरूरी है।
ऑनलाइन हेली टिकट के नाम पर हुआ बड़ा खेल
जानकारी के अनुसार, गुजरात के एक व्यक्ति ने केदारनाथ धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुक करने की कोशिश की। इंटरनेट पर खोज करने के दौरान उसे एक वेबसाइट मिली, जो देखने में बिल्कुल वैध और अधिकृत लग रही थी। वेबसाइट पर दिए गए संपर्क नंबर पर बातचीत के बाद आरोपियों ने यात्री को टिकट बुकिंग का भरोसा दिलाया और अग्रिम भुगतान के नाम पर 1.91 लाख रुपये की मांग की।
पीड़ित ने दिए गए बैंक खाते में भुगतान कर दिया, लेकिन कुछ घंटे बाद जब उसने टिकट की स्थिति जांचने के लिए संपर्क किया, तो फोन नंबर बंद मिला और वेबसाइट भी ऑफलाइन हो चुकी थी। इस पर उसे एहसास हुआ कि वह ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुका है।
साइबर पुलिस की तत्परता से खुला गिरोह का राज
पीड़ित ने तुरंत स्थानीय साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और बैंक खातों की ट्रेसिंग के माध्यम से आरोपियों की लोकेशन और पहचान की। जांच में सामने आया कि यह गिरोह दिल्ली और उत्तर प्रदेश से संचालित हो रहा था और देशभर में ऐसे कई लोगों को निशाना बना चुका है। पुलिस ने टीम बनाकर छापेमारी की और चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से कई फर्जी सिम कार्ड, लैपटॉप, मोबाइल फोन, और बैंक पासबुक बरामद की गईं। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने कई अन्य ठगी मामलों में भी संलिप्तता स्वीकार की है।
कैसे करते थे ठगी का संचालन
साइबर ठगों का तरीका बेहद चालाकी भरा था। वे पहले सरकारी हेली सेवा कंपनियों जैसी वेबसाइट तैयार करते थे, जिनका डोमेन नाम और डिज़ाइन असली वेबसाइट से काफी मेल खाता था। इसके बाद सोशल मीडिया विज्ञापनों या सर्च इंजन रिजल्ट्स के माध्यम से वे यात्रियों को अपनी वेबसाइट तक लाते थे। बुकिंग के दौरान ग्राहक से एडवांस पेमेंट लेने के बाद वे वेबसाइट और संपर्क नंबर बंद कर देते थे। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह अब तक 20 से अधिक लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुका है।
पुलिस की चेतावनी सावधानी ही सुरक्षा है
साइबर पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि किसी भी यात्रा या हेली टिकट बुकिंग के लिए केवल सरकार या अधिकृत एजेंसियों की वेबसाइट का ही उपयोग करें। संदेहास्पद वेबसाइट या मोबाइल नंबर पर भुगतान करने से पहले पूरी तरह जांच करें। इसके अलावा, गूगल सर्च पर मिलने वाले हर विज्ञापन या वेबसाइट पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। पुलिस ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की ठगी से बचने के लिए लोग सतर्क रहें और किसी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना साइबर हेल्पलाइन 1930 या cybercrime.gov.in पर दें।






