मध्यप्रदेश

MP VYAPAM Scam: 6 साल से फरार ‘सॉल्वर’ मोहम्मद जावेद गिरफ्तार, अलीगढ़ से पकड़ा गया मास्टरमाइंड

MP VYAPAM Scam: मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले (MP VYAPAM Scam) में सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। जांच एजेंसी ने 6 साल से फरार सॉल्वर मोहम्मद जावेद को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, जावेद ने साल 2009 में प्री मेडिकल टेस्ट (PMT) परीक्षा में हेमंत नाम के परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दी थी।

कैसे हुआ था व्यापमं घोटाले का खुलासा

मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (Vyapam) ने साल 2009 में PMT परीक्षा का आयोजन किया था। इस परीक्षा में हेमंत को गुना सेंटर मिला था। उसने जावेद को पैसे देकर अपनी जगह परीक्षा देने भेजा। जावेद ने परीक्षा पास भी कर ली, लेकिन बाद में परीक्षा फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। इसके बाद पूरे मामले में केस दर्ज किया गया और SIT के गठन के बाद जांच CBI को सौंप दी गई।

CBI की कार्रवाई और गिरफ्तारी

CBI की टीम पिछले कई सालों से जावेद की तलाश में थी। आरोपी अलीगढ़ विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (PG) की पढ़ाई कर रहा था। टीम ने उसे गिरफ्तार कर ग्वालियर कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया।

अब भी 24 आरोपी फरार

CBI के अनुसार, MP व्यापमं घोटाले के 69 केस सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच के लिए सौंपे गए थे। इनमें PMT, आरक्षक भर्ती, शिक्षक भर्ती और अन्य परीक्षाओं में धांधली के 80 आरोपी शामिल थे। इनमें से 24 आरोपी अब भी फरार हैं।
अब तक 69 में से 46 मामलों में फैसला सुनाया जा चुका है, जबकि 23 केस अभी विशेष न्यायालय में ट्रायल पर हैं।

बड़ा सवाल — कब मिलेगा घोटाले को पूरा न्याय?

व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश की राजनीति और प्रशासन दोनों के लिए एक काले अध्याय के रूप में देखा जाता है। CBI की यह गिरफ्तारी भले ही बड़ी सफलता मानी जा रही हो, लेकिन अब भी कई आरोपी फरार हैं। सवाल यह है कि आखिर इस लंबे चले घोटाले को पूरा न्याय कब मिलेगा?

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