मध्य प्रदेश में बड़ा बदलाव: तीन नए जिले और एक नया संभाग बनाने की तैयारी, जानिए क्या है पूरा प्लान?

मध्य प्रदेश का नक्शा एक बार फिर बदलने जा रहा है। राज्य सरकार ने तीन नए जिले और एक नया संभाग गठित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रशासनिक पुनर्गठन से भोपाल, रीवा और हाल ही में बने मैहर जिलों की सीमाओं में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। राजधानी भोपाल में अब हर विधानसभा क्षेत्र में एक तहसील बनेगी, जिससे कुल आठ तहसीलें होंगी।
मैहर और रीवा के बीच सीमाविवाद बढ़ा
पिछले साल गठित प्रशासनिक पुनर्गठन आयोग इस पूरी प्रक्रिया की देखरेख कर रहा है। आयोग ने अब तक 25 जिलों में सर्वे पूरा कर लिया है और बाकी जिलों में तीन महीनों में कार्य पूरा करने की योजना है। सीमांकन को सटीक बनाने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (IIPA) की तकनीकी सहायता ली जा रही है, जो ड्रोन और सैटेलाइट तकनीक से सर्वे रिपोर्ट तैयार करेगा।
आयोग ने अमरपाटन तहसील के छह गांव — मुकुंदपुर, धौबाहट, अमीन, परसिया, आनंदगढ़ और पापरा — को रीवा जिले में शामिल करने का प्रस्ताव दिया है। कारण यह है कि मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी भौगोलिक रूप से रीवा के करीब है। हालांकि, इससे स्थानीय विवाद खड़ा हो गया है।
राजधानी भोपाल में पांच नई तहसीलें बनेंगी
मौजूदा तीन तहसीलों — हुजूर, कोलार और बैरसिया — के अलावा शहर (पुराना भोपाल), संत हिरदाराम नगर, गोविंदपुरा, टीटी नगर और एमपी नगर नई तहसीलें होंगी।
नया संभाग ‘निमाड़’ बनेगा
राज्य में इंदौर संभाग से अलग होकर नया ‘निमाड़ संभाग’ बनाया जा सकता है। इसमें खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर और खंडवा जिले शामिल होंगे। इससे प्रशासनिक दक्षता और स्थानीय लोगों की सुविधा दोनों बढ़ेंगी।






