छत्तीसगढ़ में भी SIR प्रक्रिया होगी लागू : फर्जी और मृत वोटरों के नाम हटाए जाएंगे

राज्य निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची की शुद्धता के लिए खास पहल शुरू की है। इसके तहत “Systematic Investigation and Removal” यानी SIR प्रक्रिया लागू की जा रही है, जिसमें मतदान सूची से उन नामों को हटाया जाएगा जो गलत तरीके से जोड़े गए हैं या जिनकी मृत्यु हो चुकी है।
मुख्य बिंदु:
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर BLO (बूथ लेवल अधिकारी) घर-घर जाकर मतदाताओं की गिनती करेंगे।
गलत, दोहराव या मृत व्यक्तियों के नाम चिह्नित कर सूची से हटाने का अभियान चलाया जाएगा।
आयोग ने सभी BLO, पर्यवेक्षक और अधिकारियों को कड़ी निगरानी और समयसीमा में अभियान पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रक्रिया से चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता आने की उम्मीद है।
SIR प्रक्रिया से लाभ:
मतदाता सूची ज्यादा सटीक और विश्वसनीय होगी।
एक से अधिक जगह नाम दर्ज कराने जैसी अनियमितताओं पर रोक लगेगी।
चुनावी गड़बड़ियों में कमी आएगी, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया मजबूत होगी।
विशेष निर्देश:
चुनाव आयोग ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि अगर उनके परिवार या परिचित के किसी सदस्य का नाम मतदाता सूची में गलत तरीके से दर्ज है या वे मृत हैं, तो इसकी सूचना संबंधित BLO या चुनाव कार्यालय को दें।
नोट:
यह पूरी प्रक्रिया नियमानुसार, बिना किसी भेदभाव के संपन्न की जाएगी, ताकि लोकतांत्रिक अधिकारों का दुरुपयोग न हो सके।
यह अभियान पूरे राज्य में जल्द ही शुरू किया जाएगा, जिससे आगामी चुनाव पारदर्शी ढंग से हो सकें।






