खेसारी लाल यादव का हमला: “मंदिर नहीं, रोजगार चाहिए”

खेसारी लाल यादव का साफ संदेश
खेसारी लाल यादव बयान में उन्होंने बीजेपी-एनडीए पर कड़ा हमला किया और कहा कि नेता विकास के मुद्दों से भागते हैं। खेसारी ने कहा कि राम मंदिर जरूरी हो सकता है, लेकिन क्या अस्पताल, शिक्षा और रोजगार जरूरी नहीं हैं? उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या मंदिर बनाकर बच्चों का भविष्य तय हो जाएगा।
मंदिर बनाम रोज़गार — क्या है असली प्राथमिकता?
खेसारी ने कहा कि भगवान दिल में रहते हैं, मंदिर सिर्फ मूर्ति हैं। इसलिए केवल मंदिर बनाना पर्याप्त नहीं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर मंदिर से भविष्य बनता तो वे बिहार में 200 मंदिर बनवा दें और बताएं कितने बच्चों का भविष्य सुधरा। खेसारी ने आरोप लगाया कि बीते 20 साल में सरकारें औद्योगिक विकास नहीं करा सकीं और इसलिए युवा पलायन कर रहे हैं।
नफरत फैलाने की वजह — बेरोज़गारी
खेसारी ने कहा कि आज जो नफरत फैला रही है, उसकी जड़ बेरोजगारी है। लोग जब काम नहीं पाते तो कटुता और द्वेष बढ़ता है। उन्होंने खुलकर कहा, “हम पैसे नहीं माँग रहे, काम दो। हम कमाएँगे और परिवार पालेंगे।”






